Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, May 14
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»चेतावनी से उड़ गयी है भाजपा विधायकों की नींद
    Top Story

    चेतावनी से उड़ गयी है भाजपा विधायकों की नींद

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskApril 29, 2019No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड में बीजेपी के तमाम विधायकों की अग्नि परीक्षा बाकी है। इस बीच 24 अप्रैल को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गिरिडीह में दो टूक कहा कि अपने क्षेत्र में बढ़त नहीं लेने पर विधानसभा के चुनाव में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जाहिर है मुख्यमंत्री ने संकेत दे दिया है कि विधायकों के वोट कम पड़े, तो उनके टिकट पर संकट होगा। गिरिडीह में भाजपा कोर कमेटी, चुनाव संचालन समिति के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में रघुवर दास ने यह भी कहा है कि जो काम नहीं कर रहे हैं, वे आराम करें। कमेटी में जगह भी काम देखकर दी जायेगी। मुख्यमंत्री के साथ संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी मौजूद थे।
    जिस वक्त रघुवर दास भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को खरी- खरी सुना रहे थे, मंच पर नीरा यादव, निर्भय शाहबादी, नागेंद्र महतो सरीखे बीजेपी के विधायक भी मौजूद थे। झारखंड में बीजेपी के विधायकों की संख्या 43 है। कुछ ही महीनों के बाद दिसंबर में विधानसभा चुनाव भी होना है। जाहिर है विधायकों के लिए लोकसभा चुनाव अग्निपरीक्षा से कम नहीं।
    इसके अलावा झारखंड में कई लोकसभा सीट में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी का कब्जा ज्यादा है। मसलन कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के छह में से पांच विधानसभा क्षेत्र पर बीजेपी का कब्जा है। इसी तरह गिरिडीह लोकसभा के छह विधानसभा क्षेत्र में से चार पर बीजेपी का कब्जा है। रांची लोकसभा में पांच विधानसभा क्षेत्र पर भाजपा का कब्जा है। जमशेदपुर में भी भाजपा विधानसभा वार मजबूत है। खूंटी में भी भाजपा की स्थिति अन्य दलों से अच्छी है। हजारीबाग में भी भाजपा का ही दबदबा है, तो पलामू की चार सीटों पर भाजपा का कब्जा है। अमूमन देखा जाये तो भाजपा हर विधानसभा क्षेत्र में अपनी मजबूत स्थिति अभी दर्शा रही है। धनबाद लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्र में भी पांच पर बीजेपी का कब्जा है। लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के पांच विधानसभा क्षेत्रों में तीन पर भाजपा का कब्जा है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कई विधायकों को प्रभारी बनाया गया है। जाहिर है उनकी रणनीति और सक्रियता को भी लोकसभा चुनाव में तौला जायेगा। रही बात चुनावी कसरत की, तो यह सबसे अधिक भाजपा में होती रही है। मुख्यमंत्री रघुवर दास, भाजपा के प्रभारी और संगठन महामंत्री पूर्व में ही विधायकों के साथ कई दफा बैठक कर चुके हैं। अलग- अलग जगहों में मुख्यमंत्री के दौरे और कार्यक्रमों में भी बीजेपी के विधायक शामिल होते रहे हैं। जाहिर है मुक्यमंत्री रघुवर दास ने विधायकों पर दबाव बढ़ाना तेज किया है। वैसे ही लोकसभा चुनाव में तीन उम्मीदवारों के टिकट काटे जाने और एक को बैठाये जाने के बाद संकेत साफ हैं कि बीजेपी इसी लोकसभा चुनाव के वक्त विधायकों का वजन भी तौलना चाहती है। दूसरा रघुवर दास अगर विधायकों को आगाह करा रहे हैं, तो यह चुनावी रणनीति भी हो सकती है। जिस तरह से चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के सांसदों और विधायकों के विरोध की आवाज उठती रही है, उससे भी बीजेपी के विधायको की बेचैनी बढ़ी है, जबकि जेएमएम और विरोधी दलों के कई दिग्गजों ने बीजेपी के कब्जे वाले कई विधानसभा क्षेत्रों में दबाव बढ़ा दिया है। विधानसभा चुनाव में कई विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। भले ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अभी इस बात को खुल कर कहा है कि लोकसभा चुनाव का परिणाम विधायकों के भाग्य को तय करेगा, लेकिन पिछले एक साल से इस पर काम हो रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने झारखंड दौरे में भी इस बात को स्पष्ट कर दिया था।
    इसके बाद राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने भी झारखंड दौरे के क्रम में विधायकों के साथ बैठक में इस बात का संकेत दिया था कि लोकसभा चुनाव की जीत और हार ही विधायकों का भविष्य तय करेगा। भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व लगातार इस बात पर मंथन कर रहा है कि किस क्षेत्र में विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं की उपलब्धि पार्टी हित में है। यही वजह है कि वतंर्मान के कोडरमा सीट से सांसद रविंद्र राय का टिकट कट गया। चतरा में भी काफी जद्दोजहद के बाद सुनील सिंह को फिर से टिकट दिया गया। दरअसल भाजपा जीत के लिए किसी तरह का संशय नहीं रखना चाहती है। विधानसभा चुनाव से पहले हो रहे लोकसभा चुनाव में विधायकों को कसौटी पर कसा जायेगा। पिछले दिनों मुख्यमंत्री के रोड शो के दौरान कांके विधानसभा में एक नजारा देखने को मिला। विधायक जीतूचरण राम के कारण मुख्यमंत्री रघुवर दास को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। कांके में सड़क नहीं बनने से नाराज लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष शिकायत की। इसके दो दिन के बाद ही मुख्यमंत्री ने गिरिडीह में साफ संकेत दे दिया कि जिसका काम लोकसभा चुनाव में अच्छा नहीं होगा, उस पर गाज गिर सकती है।
    दरअसल जनता अब अपने प्रतिनिधि से हर तरह का हिसाब लेती है। लोकतंत्र में यह पहली बार देखा जा रहा है कि जनता खुल कर अपने प्रतिनिधि से विकास की बात कर रही है। इसके उदहारण हैं चतरा के सांसद सुनील सिंह। मनातु में लोगों ने उनसे बीच सड़क पर घेर कर पांच साल का हिसाब मांगा। झारखंड भाजपा के कई विधायकों का रिपोर्ट कार्ड कमजोर है। इसमें मुख्य रूप से विधायक नारायण दास, जीतूचरण राम, आलोक चौरसिया, साधुचरण गोप के अलावा गांडेय विधायक जयप्रकाश वर्मा और सिमरिया विधायक गणेश गंझू शामिल हैं। इन सभी का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है। कह सकते हैं कि लोकसभा चुनाव का परिणाम और विधायकों का रिपोर्ट कार्ड ही तय करेगा कि किसे विधानसभा में फिर से पार्टी मौका देगी।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleमोदी सरकार पर बरसे हार्दिक पटेल
    Next Article श्रीलंका में हमले के बाद जांच का दायरा बढ़ाएगी NIA
    azad sipahi desk

      Related Posts

      सड़क दुर्घटना में तीन की मौत, एक गंभीर

      May 14, 2025

      बोलेरो दुर्घटनाग्रस्त होकर पुल से नीचे गिरा, दो की मौत

      May 14, 2025

      सीएम हेमंत सोरेन ने सीबीएसइ के विद्यार्थियों को दी बधाई

      May 13, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • माइक्रोसॉफ्ट में छंटनी, 6000 कर्मचारी होंगे प्रभावित, नौकरी का संकट
      • जेलेंस्की का ट्रंप से तुर्किये शांति वार्ता में मौजूद रहने का आग्रह
      • कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 का आगाजः उर्वशी रौतेला ने बिखेरा जलवा
      • हरे निशान पर खुला शेयर बाजार, सेंसेक्‍स 265 अंक उछला
      • सड़क दुर्घटना में तीन की मौत, एक गंभीर
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version