Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, August 2
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»श्रीलंका धमाका: 290 हुई मृतकों की संख्या, तौहीद जमात ग्रुप पर शक की सुई
    Top Story

    श्रीलंका धमाका: 290 हुई मृतकों की संख्या, तौहीद जमात ग्रुप पर शक की सुई

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskApril 22, 2019No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली: श्रीलंका में रविवार ईस्टर पर्व के अवसर पर लगातार हुए 8 बम धमाकों से पूरा विश्व स्तब्ध रह गया था। इन धमाकों में 290 लोगों की मौत हुई है, जबकि 500 लोग घायल हैं। किसी आतंकी संगठन ने अभी तक इन आत्मघाती हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन विदेशी मीडिया में नेशनल तौहीद जमात का नाम लिया जा रहा है, जो कि एक इस्लामिक चरमपंथी संगठन है।

    • तमिलनाडु में भी है सक्रिय

    इसका एक धड़ा तमिलनाडु में भी सक्रिय बताया जाता है। मिली जानकारी के मुताबिक, श्रीलंका पुलिस के मुख्य अधिकारी ने 10 दिन पहले अलर्ट किया था कि देशभर के मुख्य चर्चों में ऐसे हमले हो सकते हैं। वहां के सीनियर अधिकारियों को यह चेतावनी पुलिस चीफ पूजुथ जयसुंद्रा ने 11 अप्रैल को दी थी। अपनी तरफ से भेजे गए अलर्ट में जयसुंद्रा ने लिखा था, ‘विदेशी खुफिया विभाग ने जानकारी दी है कि नेशनल तौहीद जमात नाम का संगठन सूइसाइड हमलों की तैयारी कर रहा है।’

    हालांकि इस मामले में खुफिया एजेंसियों का शक कई और संगठनों पर भी है, लेकिन शक के दायरे में पहले नंबर पर तौहीद जमात ही है। आत्मघाती बम का आविष्कार दशकों पहले तमिल ईलम के लिबरेशन टाइगर्स द्वारा किया गया था, लेकिन रविवार को श्रीलंका में जो हमले हुए वे इस्लामिक संगठनों द्वारा कराए जाने का प्रमाण दे रहे हैं। श्रीलंका तौहीद जमात हमेशा से ही वहाबी प्रचार और प्रसार के लिए जाना जाता रहा है। उसका खिंचाव देश के पूर्वी प्रांत की तरफ ज्यादा पाया गया है।

    वह वहां कट्टरपंथी संदेशों के प्रसार के लिए महिलाओं के लिए बुर्का और मस्जिदों के निर्माण के साथ शरिया कानून को आगे बढ़ाने में लगा है। श्रीलंका में ये सीरियल बम धमाके ठीक उसी तरह किए गए हैं, जैसे कि 2016 में ढाका में होली आर्टिशन बेकरी पर आत्मघाती हमला किया गया था। उस हमले में स्थानीय युवकों की संलिप्तता पाई गई थी, लेकिन उन्हें ट्रेनिंग इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने दी थी। अब तौहीद जमात आत्मघाती हमलों में शामिल है या नहीं, इसे लेकर अभी स्थित साफ नहीं है। पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही स्थिति साफ होगी। लेकिन इतना जरूर है कि अब जिहादी आतंकवाद श्रीलंका में भी अपने पैर पसार चुका है।

    चूंकि इस हमले को अंजाम देने के लिए ईस्टर जैसे पवित्र पर्व को चुना गया और उसमें गिरजाघरों को निशाना बनाया गया, इसलिए साफ है कि इसमें निशाना ईसाई धर्म के लोग ही थे और इससे किसी बड़े इस्लामिक जिहाद के भी संकेत नहीं मिलते। शुरुआती आकलन से लग रहा है कि हमले के पीछे लंका के कट्टरपंथी मुसलमान हो सकते हैं। लेकिन आतंकवाद विरोधी विशेषज्ञों का कहना है कि जिस स्तर के अटैक किए गए हैं उस स्तर के अटैक किसी स्थानीय समूह द्वारा बिना किसी बाहरी फोर्स की मदद के अंजाम दिए जाने मुश्किल हैं।

    यह श्रीलंका का एक मुस्लिम चरमपंथी संगठन है, 2014 में उस वक्त आया जब इसके सचिव अब्दुल रैजिक ने बौद्ध धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए थे। इस संगठन पर वहाबी विचारधारा का प्रचार-प्रसार करने का भी आरोप है। पिछले साल यह संगठन उस वक्त सुर्खियों में आया था जब इसने भगवान बुद्ध की मूर्तियां तोड़ी थीं। जिस तरह श्रीलंका में यह आतंकी संगठन श्री लंका तोहिद जमात के नाम से जाना जाता है, उसी तरह तमिलनाडु में यह संगठन तमिलनाडु तौहीद जमात के नाम से सक्रिय है।

    ईस्टर चर्च नेशनल तौहीद जमात बम श्रीलंका सीरियल बम धमाके
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleरांची: तीन ने नाम वापस लिया मैदान में अब 20 उम्मीदवार
    Next Article सिद्धू ने मोदी सरकार पर किया तंज, हर गली में मोबाइल चलाता मिला बेरोजगार
    azad sipahi desk

      Related Posts

      तेजी से बदलते सुरक्षा परिदृश्य में युद्ध के दौरान लापरवाही या चूक की गुंजाइश नहीं : राजनाथ

      August 1, 2025

      अमेरिका की टैरिफ धमकियों को भारत ने किया नजरअंदाज, कहा- हमारा ध्यान ठोस एजेंडे पर

      August 1, 2025

      अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के विकास के लिए सरकार प्रयासरत : रिजिजू

      August 1, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • तेजी से बदलते सुरक्षा परिदृश्य में युद्ध के दौरान लापरवाही या चूक की गुंजाइश नहीं : राजनाथ
      • बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर मतदाता गहन पुनरीक्षण के बाद नई ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी
      • अमेरिका की टैरिफ धमकियों को भारत ने किया नजरअंदाज, कहा- हमारा ध्यान ठोस एजेंडे पर
      • अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के विकास के लिए सरकार प्रयासरत : रिजिजू
      • काशी में प्रधानमंत्री शनिवार को करेंगे सौगातों की बारिश, 52 योजनाओं का होगा लोकार्पण व शिलान्यास
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version