दवाइयां और मास्क के निर्यात के लिए केंद्र पर बरसे स्वास्थ्य मंत्री
आजाद सिपाही टीम
रामगढ़/हजारीबाग। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दवाइयों और मास्क के निर्यात के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने गुरुवार को यहां मीडिया से बातचीत में कहा, बिग बॉस मोदी जी, झारखंड को लग्जरी बजट दीजिए। तभी यहां की गरीब जनता कोरोना वायरस से जंग लड़ पायेगी। थाली और ताली बजाने से कोरोना वायरस नहीं भागने वाला है। उन्होंने कहा कि आज झारखंड जैसे पिछड़े प्रदेश को भारी मात्रा में दवाइयां, पीपीइ, जांच किट, स्टिक और अन्य स्वास्थ्य उपकरणों की जरूरत है, लेकिन प्रधानमंत्री की नीति एकदम उलटी है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि झारखंड में कोरोना की जांच के लिए बड़े पैमाने पर जांच केंद्र खोलने की आवश्यकता है। अभी रांची और जमशेदपुर में ही इस जांच की व्यवस्था है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से बात की थी और आइसीएमआर की ओर से रांची के इटकी स्थित आरोग्यशाला, पीएमसीएच धनबाद और यहां के निजी अस्पतालों को जांच की अनुमति दी जाये। लेकिन इसकी अनुमति नहीं दी गयी। उन्होंने कहा कि सरकार ने हजारीबाग में कोरोना वायरस का जांच केंद्र खोलने का मन बनाया है। गुरुवार को हजारीबाग डीसी से भी उन्होंने बात की है। जल्द ही वहां एक अस्पताल को चयनित किया जायेगा और जांच केंद्र खुलवाने को लेकर एक रिपोर्ट दिल्ली भेजी जायेगी।
सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करें
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री ने हजारीबाग में कोरोना महामारी को लेकर आयोजित बैठक में संक्रमण को जिला स्तर पर रोकथाम के उपायों पर चर्चा की। उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह ने जिला स्तर पर प्रशासनिक तैयारियों के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं से मंत्री को अवगत कराया। स्वास्थ्य मंत्री ने सरकार द्वारा उठाये गये कदमों और सोशल डिस्टेंसिंग के सिद्धांतों का कड़ाई से अनुपालन का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आपदा राहत के तहत हर जरूरतमंद गरीब को जरूरी खाद्यान्न, अनाज और अन्य जरूरत की कमी न हो, इसे सुनिश्चित करें। इस दौरान राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र से राज्य में कोरोना से लड़ने के लिए पीपीइ, थर्मो स्कैनर, एन 95 मास्क, वेंटिलेटर, टेंिस्टग किट की कमी को जल्द उपलब्ध कराने की मांग की गयी। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन अवधि बढ़ाने पर सरकार विचार कर रही है। बैठक में पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल, सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार, अस्पताल अधीक्षक मेडिकल कॉलेज डॉ केके लाल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।