लोकसभा स्पीकर को पत्र भेजा,ओम बिरला ने दिया समाधान का आश्वासन

आजाद सिपाही संवाददाता

रांची। कोटा में रह रहे झारखंडी बच्चों के मुद्दे पर हो रही बयानबाजी से आजिज आकर राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने बुधवार को बड़ी पहल की। उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, जो कोटा के सांसद भी हैं, को एक पत्र भेजा। स्पीकर ने इस पत्र का तत्काल संज्ञान लिया और सांसद को फोन कर आश्वस्त किया कि कोटा में झारखंड ही नहीं, देश के किसी भी राज्य का बच्चा अगर किसी भी प्रकार की तकलीफ में हो, तो उनके दफ्तर को सूचित किया जाये, समाधान होगा। इसके फौरन बाद उनके दफ्तर से उनके सहयोगियों ने फोन कर जो जानकारी दी, उससे कई बातें स्पष्ट हो गयी हैं। सांसद ने कहा कि स्पीकर ने खुद राजस्थान सरकार, केंद्रीय गृह मंत्रालय, पीएमओ आदि से बात की है, समन्वय स्थापित किया है। कोटा में रह रहे बच्चों को उनके गृह राज्य तक ले जाने में कोई दिक्कत नहीं है। संबंधित राज्य सरकार पहल करे, तो यह काम फौरन हो सकता है। संबंधित राज्य सरकार राजस्थान सरकार, कोटा जिला प्रशासन या यहां तक कि कोटा में स्पीकर द्वारा नियुक्त स्वयंसेवकों से भी संपर्क कर आवश्यक जानकारी हासिल कर सकती है और बच्चों को वापस लाने का प्रबंध कर सकती है।

श्री पोद्दार ने कहा कि कोटा में रह रहे बच्चों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। स्पीकर के दफ्तर से कुछ संपर्क सूत्र उपलब्ध कराये गये हैं, जिन्हें इन्हें बच्चों की तकलीफ के बारे में जानकारी दी जा सकती है। बच्चों को फौरन राहत पहुंचाने का प्रयास होगा। इनमें नयी दिल्ली स्थित लोकसभा अध्यक्ष के कार्यालय (011-23014011/ 4022) या कोटा में कार्यरत स्वयंसेवक (0744-2505555, 9414186100, 9414176400, 9783977701) से संपर्क किया जा सकता है।

सांसद श्री पोद्दार ने कहा है कि इस मुद्दे पर झारखंड के मंत्रियों को राजस्थान की कांग्रेसी सरकार से बात करने की जरूरत है। इससे चुटकी में समस्या का समाधान हो सकता है और कई भ्रम दूर हो सकते हैं। सांसद ने सुझाव दिया है कि दिल्ली स्थित झारखंड भवन से अधिकारियों का एक दल कोटा भेजा जा सकता है, जो वहां जाकर बच्चों की तकलीफ से अवगत होकर  उन्हें दूर कर सकता है अथवा उन्हें वापस लाने की संभावनाएं तलाश सकता है। सांसद ने कहा है कि फिलहाल स्पीकर द्वारा उपलब्ध कराये गये नंबरों पर संपर्क कर कोटा में रह रहे बच्चे या उनके अभिभावक अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। श्री पोद्दार के अनुसार, यदि किसी को कभी भी उनकी सेवा की आवश्यकता हो, तो ट्विटर अकाउंट @maheshpoddarjhr  पर सूचना दें। वह समाधान का भरपूर प्रयास करेंगे।

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