पालघर मॉब लिंचिंग को लेकर आज पूरा देश और खासकर पूरा सनातन समाज आक्रोशित है। जिसे लेकर कई राजनेता अपनी राजनीती चमकाने में लगे और इसे घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे है। यह घटना बहुत ही शर्मनाक है और इसमें शामिल सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। लेकिन इस घटना को किसी संप्रदाय से जोड़ना सही नहीं है। इस घटना को लेकर जो वीडियो वायरल हुआ था उसे लेकर कई अटकले लगाई जा रही थी कि यह काम किसी धर्म विशेष के इशारे पर किया गया है, जो सही नहीं है। इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पालघर मामले में पकड़े गए 101 आरोपियों की लिस्ट जारी की है। अनिल देशमुख ने कहा कि ये इसलिए साझा किया गया है, क्योंकि इस मुद्दे को सांप्रदायिक किया जा रहा था। पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।

लिस्ट जारी करने से पहले गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि सीआईडी में एक विशेष आईजी स्तर के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं, लेकिन मैं बताना चाहूंगा कि पुलिस ने अपराध के 8 घंटे के भीतर 101 लोगों को गिरफ्तार किया। हम आज व्हाट्सएप के माध्यम से अभियुक्तों के नाम जारी कर रहे हैं, उस सूची में कोई मुस्लिम नहीं है।
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि मॉब लिंचिंग के वीडियो में एक आवाज सुनाई दी ‘ओए बस’। लोगों ने इसे ऑनलाइन प्रसारित किया और कुछ ने इसे ‘शोएब बस’ कहा। सभी राज्य तंत्र महामारी से लड़ रहे हैं और कुछ लोगों ने इस मामले में सांप्रदायिक एंगल लाने की कोशिश की। अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

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