नई दिल्ली : रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि प्रधानमंत्री के लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की घोषणा के बाद रेलवे बोर्ड में संबंधित अधिकारियों की तत्काल बैठक हुई। उसी में फैसला हुआ कि अब लोगों को रद्द हुई गाड़ियों के टिकट कैंसल कराने का उसका रिफंड देने के लिए 31 जुलाई 2020 तक का वक्त मिलेगा। इससे पहले बीते 23 मार्च को रेलवे ने कैंसल टिकट का भुगतान लेने की समय सीमा को बढ़ाते हुए 3 महीने तक कर दिया था। उससे पहले 72 घंटे के अंदर रिफंड लेना पड़ता था।

ऑनलाइन टिकट का होगा ऑटोमैटिक रिफंड
अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन की बढ़ी हुई अवधि के दौरान जिन यात्रियों ने रेलगाड़ियों का टिकट ऑनलाइन कटाया है, उनका रिफंड अपने आप चला जाएगा। उनके पैसे उसी खाते में चले जाएंगे,जहां से भुगतान किया गया था। यदि किसी ने क्रेडिट या डेबिट कार्ड से भुगतान किया था तो वहीं पैसे जाएंगे।

काउंटर टिकट का कैंसलेशन काउंटर पर ही
जिन लोगों ने यात्रा के लिए काउंटर टिकट कटाया है, उन्हें टिकट कैंसल करवाने के लिए काउंटर पर ही जाना होगा। लॉकडाउन खुलने के बाद काउंटर पर भीड़ ना बढ़े, इसके लिए टिकट कैंसल करवाने की समय सीमा 31 जुलाई 2020 तक बढ़ा दी गई है।

रिफंड को मिल सकता है और समय
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि जरूरत पड़ने पर रिफंड की आखिरी तारीख को और आगे बढ़ाया जा सकता है। यह कोरोनावायरस के संक्रमण पर कंट्रोल और लॉकडाउन पर निर्भर करेगा।

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