नई दिल्ली। देश में एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर की कमी को पूरा करने के लिए मोदी सरकार अन्य देशों से इसका आयात कर रही है। इससे जुड़ी 75 हजार शीशियों की पहली खेप शुक्रवार को भारत पहुंच गई।

भारत सरकार की एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड ने अमेरिका की गिलेड साइंसेज और मिस्र की ईवा फार्मा कंपनी को 4.30 लाख शीशियों का आर्डर दिया था। अमेरिकी कंपनी से अगले दो दिन में 75,000 से 1,00,000 शीशियां भेजने की उम्मीद है। इसके अलावा एक लाख शीशियों की 15 मई से पहले आपूर्ति हो जाएगी। युवा फार्मा शुरुआत में 10,000 और शेष 50,000 हर सप्ताह जुलाई तक आपूर्ति कराएगी।

सरकार का कहना है कि एंटीवायरल दवा का देश में भी उत्पादन बढ़ाया जा रहा है। 27 अप्रैल तक देश में लाइसेंस  कंपनियों ने अपनी उत्पादन क्षमता को 38 लाख से बढ़ाकर 1.03 करोड़ प्रतिमाह कर दिया है। पिछले सात दिनों में ड्रग कंपनियों ने देशभर में कुल 13.73 लाख शीशियों की आपूर्ति की है।

वहीं दैनिक आपूर्ति को बढ़ाकर 2.09 लाख कर दिया गया है। इस संबंध में राज्यों को दवा की आसान आवाजाही सुनिश्चित करने को लेकर परामर्श भी जारी किया गया है।

सरकार ने रेमडेसिविर दवा के निर्यात पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही इन दवा के अधिकतम मूल्य को भी 3,500 रुपये प्रति शीशी तक सीमित किया गया है। उत्पादन को सस्ता बनाने के लिए भी सरकार की ओर से कई उपाय किए गए हैं। दवा के उपयोग के बारे में भी सरकार की ओर से एक मानक प्रक्रिया बनाई गई है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version