हैदराबाद। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने रविवार को तेलंगाना के नए सचिवालय भवन का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में मंत्री, विधायक और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस अवसर पर आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनिर्मित सचिवालय राज्य की नई आकांक्षा को पूरा करेगी। साथ ही राज्य में एक नया अध्याय का आविष्कार हुआ है। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में तेलंगाना के गौरव, शौर्य एवं उन्नति के प्रतीक के रूप में अभेद्य नया सचिवालय शहर के बीच में गर्व से खड़ा हुआ है।
सचिवालय के प्रवेश द्वार पर मुख्यमंत्री केसीआर का स्वागत पारंपरिक पूजा-अर्चना और वेद मंत्र उच्चारण के साथ हुआ। अविभाजित आंध्र प्रदेश के दौरान निर्मित मौजूदा सचिवालय में जगह और सुविधाओं की कमी के कारण नए सचिवालय भवन का निर्माण किया गया है।
राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि तेलंगाना राज्य सरकार के काम-काज को अच्छी तरह से कार्यान्वित करने को लेकर नए सचिवालय भवन का निर्माण कराया गया है। इससे पहले मंत्री एक स्थान पर होते थे और उसी विभाग के अधिकारी दूसरी जगह बैठते थे। इससे कई बार अधिकारियों को मंत्रियों से सलाह मशवरा लेने को लेकर उन्हें यहां से वहां जाना पड़ता था। मंत्रियों को भी काम काज सुचारू रूप से करवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
वर्तमान में नए परिसर में मंत्री से लेकर विभाग के आला अधिकारियों और कर्मचारियों की सुविधा के लिए कार्यालय इस तरह से डिजाइन किए गए हैं कि वे सभी एक ही तल पर बैठ सकें। अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए की गई व्यवस्था बहुत आरामदायक है क्योंकि भवन नवीन तरीके से बनाया गया है।
नए सचिवालय में आज दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने अपना कार्यभार संभाला और छह फाइल पर अपने हस्ताक्षर किए जिसमें अस्थायी तौर पर ठेके मजदूर का नियमितीकरण की फाइल शामिल है। कड़ी सुरक्षा के बीच छठी मंजिल पर मुख्यमंत्री कार्यालय के कक्ष की खिड़कियों पर बुलेटप्रूफ शीशे लगाए गए हैं।
मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने अपने संबोधन में कहा कि इस नवनिर्मित सचिवालय राज्य के पुनर्निर्माण के और बढ़ने का संदेश है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सचिवालय का नाम बीआर आंबेडकर के नाम पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय इसी इरादे से लिया गया है कि जनप्रतिनिधि और समस्त सरकारी व्यवस्था आंबेडकर के आदर्शों को साकार करने के लिए काम करे।
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि अविभाजित आंध्र प्रदेश के दौरान निर्मित मौजूदा सचिवालय परिसर में जगह और सुविधाओं की कमी को देखते हुए सरकार ने एक विशेषज्ञ समिति नियुक्त की थी जिसने एक नए भवन के निर्माण का समर्थन किया था।
सचिवालय के उद्घाटन समारोह में विपक्षी दल कांग्रेसी, भाजपा दूर रहे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि उद्घाटन समारोह को मुख्यमंत्री ने अपने निजी कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को आमंत्रित नहीं किया गया न तो कोई सूचना दी गई।
तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई साउंडराजन को भी आज हैदराबाद में डॉ. बीआर आंबेडकर सचिवालय के उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं किया गया। राज्यपाल के कार्यालय से बताया गया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से कोई निमंत्रण प्राप्त नहीं हुआ।