-मशाल जुलूस निकाला,बुधवार को झारखंड बंद, प्रशासन सतर्क
-छात्रों के आह्वान को कई संगठनों का मिला समर्थन
-जैक ने इंटर की परीक्षा स्थगित की
-कई निजी स्कूलों ने छुट्टी की घोषणा की
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। नयी नियोजन नीति को लेकर छात्र आक्रोशित हैं। पिछले एक महीने से छात्र संगठन ‘60-40 नय चलतो’ का नारा देकर आंदोलनरत हैं। पहले विधानसभा का घेराव किया। इसके बाद संथाल बंद बुलाया। दो दिन पहले मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया गया। इसी क्रम में मंगलवार को छात्रों ने रांची समेत राज्य के विभिन्न जिलों में मशाल जुलूस निकाला। साथ ही बुधवार को झारखंड बंद का ऐलान किया है। विभिन्न संगठनों ने छात्रों के झारखंड बंद का समर्थन किया है। उधर, छात्र संगठनों के बंद को देखते हुए जैक ने बुधवार को होने वाली इंटर की परीक्षा को स्थगित कर दी है। कई निजी स्कूलों ने छुट्टी का ऐलान किया है।
छात्रों ने निकाला मशाल जुलूस:
झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन समेत कई छात्र संगठनों ने रांची, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज समेत राज्य के विभिन्न जिलों में छात्र संगठनों ने मंगलवार शाम को मशाल जुलूस निकाला। रांची में मशाल जुलूस जयपाल सिंह स्टेडियम से अल्बर्ट एक्का चौक तक निकला। छात्रों ने नियोजन नीति को वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक हमारी मांग को पूरा नहीं करेगी, आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने दुकानदारों और आम लोगों से बुधवार को झारखंड बंद सफल बनाने की भी अपील की।
इंटर की परीक्षा स्थगित, नोटिस जारी:
झारखंड बंद को देखते हुए झारखंड अधिविद्य परिषद् (जैक) ने 19 अप्रैल को होने वाली इंटर की दोनों पालियों की परीक्षा को स्थगित कर दी है। इस संबंध में नोटिस जारी कर दिया गया है। नोटिस के अनुसार 19 अप्रैल को होने वाली परीक्षा अब 20 अप्रैल को दो पालियों में होगी। प्रथम पाली सुबह 10.45 से दोपहर एक बजे तक एवं दूसरी पाली दोपहर दो बजे से 3.15 बजे तक आयोजित की जायेगी।
कई संगठनों ने दिया समर्थन:
छात्र संगठनों के झारखंड बंद को कई दसरे संगठनों ने भी समर्थन दिया है। इस कड़ी में मूलवासी सदान मोर्चा ने बंद का समर्थन किया है। मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने कोर कमेटी सदस्यों से विचार विमर्श के बाद झारखंड बंद को नैतिक समर्थन देने की घोषणा की है। राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि सरकार 60-40 के नाम पर नियोजन नीति को ना उलझाये। यह राज्य का गंभीर मसला है। इसको लेकर लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। इस बंद को झामुमो के ही विधायक लोबिन हेंब्रम और सेंगल अभियान के नेता सालखन मुर्मू ने भी समर्थन दिया है।
बंद को लेकर प्रशासन अलर्ट:
छात्र संगठनों द्वारा बुलाये गये बंद को लेकर पुलिस- प्रशासन अलर्ट है। राज्य में जगह-जगह अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किये गये हैं। राचीं समेत विभिन्न जिलों के कुछ इलाकों में निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू कर दी गयी है। जिन इलाकों में धारा 144 लगायी गयी है, वहां रैली, जुलूस, घेराव-प्रदर्शन पर प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावे पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के एक जगह पर जमा होने और हथियार लेकर चलने पर भी रोक लगायी गयी है। प्रशासन ने कहा है कि अगर जबरन बंद कराने की कोशिश की गयी या फिर किसी तरह का उपद्रव मचाने का प्रयास हुआ, तो इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा।