आजाद सिपाही संवाददाता
जमशेदपुर। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने टाटा स्टील के सीइओ और प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन को पत्र लिख कर कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बनायी जानेवाली विकास योजनाओं में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया है। उन्होंने कंपनी प्रबंधन द्वारा प्रत्येक वित्तीय वर्ष में जमशेदपुर के नागरिकों को दी जानेवाली विशेष सुविधाओं की सराहना करते हुए कहा है कि वह चाहते हैं कि वित्तीय वर्ष 2023-24 की योजनाओं में गैर कंपनी क्षेत्रों के मनीफीट, मोहरदा, नामदा बस्ती, महानंद बस्ती, हरिजन बस्ती में घर-घर जलापूर्ति की जाये। उन्होंने कहा है कि केबुल टाउन बस्ती में कंपनी द्वारा लोगों से पानी का बिल व्यक्तिगत तौर पर लिया जाता है, लेकिन बिजली बिल का सामूहिक रूप से भुगतान करना पड़ता है। इस संबंध में आपसे पहले भी बात हुई थी। वह चाहते हैं कि पानी बिल की तरह ही बिजली बिल भी व्यक्तिगत रूप से लिया जाये। इसके साथ ही मोहरदा जलापूर्ति योजना से स्वच्छ जलापूर्ति की जाये और शेष क्षेत्रों में हर घर जलापूर्ति की जाये। दास ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में राज्य सरकार के ऊर्जा विभाग और टाटा स्टील के बीच हुए समझौते की चर्चा करते हुए कहा है कि कंपनी जमशेदपुर और सरायकेला की आवासीय कॉलोनियों में उक्त समझौते के अनुरूप बिजली की आपूर्ति करे। इसके साथ ही जमशेदपुर पूर्वी के प्रमुख स्थानों पर हाइ मास्ट लाइट लगायी जाये और स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था की जाये। पूर्व मुख्यमंत्री ने कंपनी के द्वारा संकरी सड़कों का चौड़ीकरण किये जाने को जहां एक अच्छा कदम बताया है, वहीं बारीडीह गोल चक्कर से बजरंगबली मंदिर तक सड़क चौड़ीकरण कार्य में और गति लाने की जरूरत पर बल दिया है। उन्होंने जमशेदपुर के विभिन्न आवासीय क्षेत्रों में बने पार्कों की सराहना की और कहा कि अब इन क्षेत्रों बच्चों के लिए खेल का मैदान बनाने की जरूरत है। दास ने अपने पत्र में जमशेदपुर वासियों के व्यापक हित में यह सुझाव दिया है कि टाटा स्टील ने जिस प्रकार उनके शासनकाल में बारीडीह में मणिपाल मेडिकल कॉलेज की स्थापना कर मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में जमशेदपुर को एक बेहतरीन तोहफा दिया है, उसी प्रकार राष्ट्रीय स्तर की स्कूली शिक्षा के लिए जमशेदपुर पूर्वी में एक उच्च मानक के स्कूल की स्थापना करे। कंपनी के सीइओ को लिखे गये इस पत्र की प्रतिलिपि टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (सीएस) और टाटा स्टील यूआइएसएल के प्रबंध निदेशक को भी प्रेषित की गयी है।