-जमानत की मियाद आज होगी पूरी
आजाद सिपाही संवाददाता
नयी दिल्ली। राहुल गांधी ने शनिवार को तुगलक रोड लेन स्थित अपने सरकारी बंगले की चाबी लोकसभा सचिवालय को सौंप दी। राहुल ने बंगले का दरवाजा खुद लॉक किया, लोकसभा के स्टाफ को चाबी दी, हाथ मिलाया और मां और बहन प्रियंका के साथ सोनिया गांधी के सरकारी आवास 10 जनपथ के लिए निकल गये। वह अब यही रहेंगे। बंगला छोड़ने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अमेठी से 2004 में सांसद चुने जाने के बाद 2005 में उन्हें यह बंगला मिला था। हिंदुस्तान की जनता ने 19 साल के लिए मुझे यह घर दिया। मैं उनको धन्यवाद देना चाहता हूं। मैंने सच बोलने की कीमत चुकायी है। मैं सच बोलने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं। वहीं प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरे भाई ने जो भी कहा, वह एकदम सच है। उन्होंने सरकार की सच्चाई बतायी। इसलिए उनके साथ यह सब हो रहा है। लेकिन वह बहुत हिम्मत वाले हैं, डरते नहीं है। हम नहीं डरेंगे और अपना संघर्ष जारी रखेंगे।
नयी जगह की तलाश में हैं राहुल
सूत्रों का कहना है कि राहुल अपने आॅफिस के लिए नयी जगह की तलाश में हैं। फिलहाल वह अपनी मां सोनिया गांधी के साथ उनके घर पर रह रहे हैं। राहुल ने शुक्रवार को बंगले से ज्यादातर सामान खाली कर दिया था। कुछ साल पहले प्रियंका गांधी को भी जेड प्लस सिक्योरिटी कवर हटने के बाद लोधी इस्टेट स्थित बंगले को खाली करना पड़ा था।
आज पूरी होगी जमानत की मियाद
इस बीच राहुल गांधी को सूरत सत्र अदालत से मिली जमानत की अवधि 23 अप्रैल को पूरी हो रही है। अदालत से उनकी याचिका खारिज हो गयी है। राहुल ने जमानत भी नहीं ली है और उनकी दो साल की सजा की शुरूआत 24 अप्रैल को हो सकती है। हालांकि राहुल ने गुजरात हाइकोर्ट में अपील की है, लेकिन वहां से जमानत नहीं मिलने के कारण उन्हें जेल जाना पड़ सकता है। मानहानि के मामले में सूरत की अदालत ने 23 मार्च को राहुल को दो साल कैद की सजा सुनायी। हालांकि 27 मिनट बाद उन्हें जमानत मिल गयी थी।

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