रांची सहित राज्यभर के नगर निकायों और विकास प्राधिकार से भवन के नक्शे पांच माह से पास नहीं हो रहे हैं। इससे 100 से अधिक बहुमंजिली इमारतों और 800 से अधिक निजी भवनों का निर्माण फंस गया है। ऐसे में इस वर्ष शुरू होने वाले वैसे प्रोजेक्ट जिन्हें 2025 में पूरे कर फ्लैट खरीदारों को हैंडओवर करना था, वे 2027 तक हैंडओवर होंगे। नक्शे पास नहीं होने का असर निर्माण से जुड़े व्यवसाय और मजदूरों पर भी पड़ रहा है। सिर्फ रांची में निर्माण कार्य से जुड़े करीब 1.50 लाख मजदूर प्रभावित हैं। वे रोड-नाली बनाने का काम कर रहे हैं या पलायन कर रहे हैं।
निर्माण सामग्री से जुड़े व्यवसाय भी बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं। चैंबर आॅफ कॉमर्स के पदाधिकारियों की माने तो गिट्टी, बालू, ईट, सीमेंट की मांग में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी आ गई है। रियल एस्टेट सेक्टर पूरी तरह बर्बाद हो गया है।

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