-मनी लांड्रिंग: इडी की पूछताछ में खुलेंगे कई राज
-पूजा सिंघल फिर गयीं जेल, आलोक रंजन रिमांड पर
-चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के रिश्तेदार आलोक से होगी पूछताछ
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल की सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत की अवधि बुधवार को पूरी हो गयी। इसके बाद उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के विशेष न्यायाधीश प्रभात कुमार शर्मा की अदालत में सरेंडर किया। पूजा को कोर्ट से जेल भेज दिया गया है। पूजा सिंघल मरनेगा घोटाले में आरोपित हैं। पिछले दिनों मनी लांड्रिंग मामले में भी उन पर आरोप गठित हुआ है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है। उधर, निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के रिश्तेदार आलोक रंजन की मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद बुधवार को इडी कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आलोक को एक दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इडी के अधिकारी अब उससे पूछताछ करेंगे। इडी की पूछताछ में कई राज खुलने की उम्मीद जतायी जा रही है।
कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:
गौरतलब है कि पूजा सिंघल को फरवरी महीने में उनकी बेटी के मेडिकल ग्राउंड पर दो महीने के लिए अंतरिम जमानत मिली थी। उन्होंने इडी कोर्ट में डिस्चार्ज पिटीशन भी दाखिल किया था। इडी कोर्ट ने 3 अप्रैल को पूजा की डिस्चार्ज पिटीशन को खारिज कर दिया था। पूजा सिंघल ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है। इस पर गुरुवार को सुनवाई होगी। इस बीच उनके सरेंडर करने के बाद अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है। पूजा सिंघल पर मनी लांड्रिंग मामले में भी आरोप गठित किया गया है। इडी कोर्ट ने पीएमएलए (प्रिवेंशन आॅफ मनी लांड्रिंग एक्ट) की धारा तीन और चार के तहत पूजा सिंघल के खिलाफ आरोप तय किया था। इडी के अधिकारी एक बार फिर उनसे पूछताछ कर सकेंगे।
आलोक एक दिन की रिमांड पर:
जेल में बंद निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के रिश्तेदार आलोक रंजन की 11 अप्रैल को गिरफ्तारी के बाद उसे इडी के विशेष न्यायाधीश प्रभात कुमार शर्मा की अदालत में बुधवार को पेश किया गया। इस दौरान इडी ने कोर्ट से आलोक रंजन से पूछताछ करने के लिए रिमांड मांगी। रिमांड पर बहस के बाद कोर्ट ने इडी को आलोक रंजन से पूछताछ के लिए एक दिन की रिमांड दे दी है। फिलहाल आलोक रंजन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गौरतलब है कि इडी ने बीते 22 फरवरी को आय से अधिक संपत्ति के मामले में चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था। वीरेंद्र राम के 24 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान लगभग डेढ़ करोड़ के जेवरात के अलावा देश के कई शहरों में करोड़ों के निवेश के दस्तावेज बरामद किये गये थे। कोर्ट ने इडी को वीरेंद्र राम से भी पूछताछ करने की मंजूरी दी है। इन दोनों से पूछताछ में कई अहम जानकारियों के खुलासे की उम्मीद है।