रांची में सेना की जमीन को गलत तरीके से बेचे जाने के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन्हें ईडी की स्पेशल कोर्ट से शनिवार को चार दिनों के रिमांड पर दिया गया था। आज उन सभी को फिर से ईडी की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। जहां अदालत से पूछताछ के लिए सभी पांच दिनों का रिमांड फिर देने की गुजारिश की गयी थी। कोर्ट ने इस गुजारिश को मान लिया है। अब ईडी अगले पांच दिनों तक सातों गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करेगी।
इनसे ईडी कर रही पूछताछ
प्रदीप बागची
बड़गाई अंचल के सीआई भानु प्रताप प्रसाद
अफसर अली
इम्तियाज अहमद
तलहा खान
फैयाज खान
सद्दाम हुसैन
क्या है मामला
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को सरकारी जमीन की हेराफेरी के मामले में आईएएस अधिकारी छवि रंजन, अंचल अधिकारी मनोज कुमार सहित जमीन के कारोबार से जुड़े 18 लोगों के कुल 21 ठिकानों पर छापा मारा। छापामारी के दायरे में झारखंड के 18, बिहार के एक और पश्चिम बंगाल के दो ठिकानों को शामिल किया गया है। छवि रंजन फिलहाल समाज कल्याण निदेशक के पद पर पदस्थापित हैं।
आईएएस छवि रंजन से भी होगी पूछताछ
लैंड स्कैम मामले में सात लोगों की गिरफ्तारी और रिमांड में लिए जाने के बाद अब ईडी ने आइएएस छवि रंजन को समन भेजा है। अब ईडी उनसे पूछताछ करेगी। ईडी ने छवि रंजन को समन जारी कर 21 अप्रैल को रांची के ईडी जोनल कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा है। अब ईडी के सामने छवि रंजन लैंड स्कैम से संबंधित सवालों के जवाब देंगे।
कैसे हुआ था फर्जीवाडे का खुलासा
जिस लैंड स्कैम मामले में ईडी कार्रवाई कर रही है। आरोपियों से पूछताछ कर रही है, उस स्कैम का खुलासा पहले ही आयुक्त की जांच रिपोर्ट में हो चुका है। सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री मामले में जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदीप बागची नाम के शख्स ने फर्जी रैयत बनकर दिलीप कुमार घोष को यह जमीन बेच डाली थी।
नगर निगम ने दर्ज करायी थी प्राथमिकी
इस मामले के संज्ञान में आने के बाद रांची नगर निगम की ओर से बरियातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने जालसाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि प्रदीप फर्जी दस्तावेज दिखाकर दो-दो होल्डिंग ले लिया था। आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाली जमीन का असली रैयत जयंत करनाड मिला था।