-भाजपाइयों की पुलिस से भिड़ंत, पत्थरबाजी, लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े गये, 30 घायल
-लक्ष्मीकांत वाजपेयी, नागेंद्र नाथ त्रिपाठी, कर्मवीर सिंह, दीपक प्रकाश, बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास, अर्जुन मुंडा, अन्नपूर्णा देवी, निशिकांत दुबे समेत प्रदेश के तमाम नेता जुटे
-धुर्वा गोलचक्कर डेढ़ घंटे तक बना रहा रण क्षेत्र
-सांसद सुनील सिंह, संजय सेठ समेत कई नेता और कार्यकर्ता घायल
-आंसू गैस की चपेट में आये विधायक सीपी सिंह
-विधायक विरंची नारायण, समीर उरांव समेत कई नेता और कार्यकर्ता हिरासत में
-प्रभात तारा मैदान में नेताओं ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना
-‘हेमंत हटाओ, झारखंड बचाओ’ का दिया नारा
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। सुबह लगभग आठ बजे का समय था। रेलवे स्टेशन हो या बस स्टैंड। कांटाटोली चौक हो या फिर बूटी मोड़ चौक। रांची में प्रवेश करनेवाले हर रास्ते से भाजपा का झंडा रह-रह कर कुछ देर में दिखायी दे रहा था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश के आह्वान पर चारों ओर से भाजपा कार्यकर्ताओं का रांची में प्रवेश हो रहा था। सभी को धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान पहुंचना था और लक्ष्य था सचिवालय का घेराव। घेराव का कार्यक्रम लगभग डेढ़ घंटे चला। इस डेढ़ घंटे में काफी बवाल हुआ। पत्थर चले, पानी की बोतलें फेंकी गयीं, पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सचिवालय तक पहुंचने से रोकने के लिए बल प्रयोग किया। लाठीचार्ज किया गया। वाटर कैनन खोले गये। आंसू गैस के गोले दागे गये। पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर बैरिकेडिंग तोड़ने, धारा 144 का उल्लंघन करने, पानी की बोतल फेंकने और पत्थर चलाने का आरोप लगाया। नतीजतन धुर्वा गोलचक्कर का इलाका दोपहर लगभग दो से तीन बजे तक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। पुलिस के लाठीचार्ज से भाजपा के लगभग 30 से अधिक नेता और कार्यकर्ता घायल हुए। इनका पारस अस्पताल में प्राथमिक उपचार हुआ। नेताओं की गिरफ्तारी हुई, जिन्हें प्रदर्शन के बाद छोड़ा गया।

प्रभात तारा मैदान में नेताओं ने भरा जोश:
सुबह 11 बजते-बजते धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं से पट गया। हर तरफ पार्टी का झंडा नजर आ रहा था। सभी कार्यकर्ता जोश में थे। कार्यक्रम में मौजूद भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश, नेता विधायक दल बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा,अन्नपूर्णा देवी, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, नागेंद्र नाथ त्रिपाठी, राष्ट्रीय मंत्री आशा लकड़ा, राज्यसभा सांसद समीर उरांव समेत अन्य नेताओं ने कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ाया। नेताओं ने प्रभात तारा मैदान में हेमंत सरकार पर निशाना साधा। सरकार की नाकामियों को गिनाया और ‘हेमंत हटाओ, झारखंड बचाओ’ का नारा देकर कार्यकर्ताओं से सचिवालय कूच करने का आह्वान किया। यहां पर कार्यक्रम में सभा का संचालन प्रदेश महामंत्री सांसद आदित्य साहू, प्रदीप वर्मा, बालमुकुंद सहाय और सुबोध सिंह गुड्डू ने किया।

पुलिस चौकस, जगह-जगह बैरिकेडिंग:
दोपहर का लगभग 1.30 बजनेवाला था और कार्यकर्ता घेराव के लिए पूरी तरह तैयार हो चुके थे। नेताओं ने कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन के लिए कैसे जाना है, इस बारे में बताया। इसके बाद हुंकार के साथ भाजपा के नेता और कार्यकर्ता अलग-अलग टोली में सचिवालय घेराव के लिए रवाना हुए। भाजपा के सचिवालय घेराव को लेकर पुलिस चौकस थी। प्रभात तारा मैदान से ही पुलिस की तैयारी दिख रही थी। यहां भी भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। प्रभात तारा मैदान से लेकर धुर्वा गोल चक्कर तक जगह-जगह बैरिकेडिंग लगायी गयी थी। धुर्वा गोलचक्कर से पहले लगायी गयी बैरिकेडिंग को नेता-कार्यकर्ता पार करते हुए आखिरी पड़ाव यानी धुर्वा गोलचक्कर के पास पहुंचे। यहां लगी बैरिकेडिंग को पार करने की कोशिश में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव शुरू हुआ।

बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास, पुलिस का बल प्रयोग:
धुर्वा गोल चक्कर के पास लगी बैरिकेडिंग से पुलिस किसी भी हालत में नेताओं और कार्यकर्ताओं को सचिवालय की तरफ जाने के लिए आगे बढ़ने देने को तैयार नहीं थी। नेता और कार्यकर्ता इस बैरिकेंडिग के पास रुकने को तैयार नहीं थे। जैसे ही कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पार करने की कोशिश की, पुलिस का वाटर कैनन चला। साथ में चले डंडे। कार्यकर्ता निर्भीक रूप से डटे रहे, तो आंसू गैस के गोले दागे गये। लाठी चार्ज और आसंू गैस के गोलों ने कार्यकर्ताओं को तितर-बितर किया। इसके कुछ देर बाद कार्यकर्ताओं ने दोबारा सचिवालय की ओर बढ़ने का प्रयास किया। पुलिस इस बार ज्यादा सख्त हुई। प्रदर्शनकारियों द्वारा पानी की बोतलें फेंकी गयीं, पत्थर भी फेंके गये। पथराव में एक आइपीएस अधिकारी समेत कुछ पुलिसकर्मी को चोट आने की सूचना मिली। पुलिस की सख्ती भी बढ़ती हुई दिखी। पुलिस की कार्रवाई में कई नेता और कार्यकर्ता घायल हुए। भाजपा ने 100 से अधिक कार्यकर्ताओं के घायल होने का दावा किया है। उधर, इस घेराव का कवर करनेवाले एक पत्रकार का सिर फूटा और दो फोटोग्राफरों का कैमरा भी टूट गया।

नेता घायल हुए, गिरफ्तारी भी हुई:
सांसद सुनील सिंह, संजय सेठ समेत कई नेता और 30 से अधिक कार्यकर्ता पुलिस के बल प्रयोग में घायल हुए। वहीं विधायक सीपी सिंह आंसू गैस की चपेट में आ गये। जिस वजह से उन्हें आंख में समस्या उत्पन्न हुई। संजय सेठ, विरंची नारायण, समीर उरांव समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया। संजय सेठ को इस दरम्यान भोमेटिंग भी हुई, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

 

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version