पटना। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कड़ी सुरक्षा के बीच देश के 102 सीटों पर मतदान शुरू हो चुका है। बिहार के चार सीट औरंगाबाद, गया, नवादा एवं जमुई में मतदान जारी है। इस लोस सीटों ते बूथों पर सुबह से ही लंबी कतारें दिख रही है। मतदाताओं में मतदान को लेकर उत्साह है। लाइन में आधी आबादी की संख्या अधिक देखी जा रही है। वहीं पहले चरण के चुनाव को लेकर लोजपा (रा) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि, मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि बिहार के चारों सीट पर एनडीए चुनाव जीत रही है। चिराग पासवान ने कहा कि पहले चरण में जहां-जहां से जानकारी मिल रही है सभी जगह एक बात स्पष्ट है की लड़ाई हर जगह जीत के मार्जिन की है कि कौन के कितने बड़े मार्जिन से सीट निकालता है, चारों सीट पर हम मॉनिटरिंग कर रहे हैं और चारों सीटों से एक बात क्लियर है कि हमारे प्रत्याशी चारों जगह जीत रहे और यही माहौल पूरे देश का है।
एनडीए मजबूती के साथ जीत रही चुनाव
उन्होंने कहा कि, लगभग 102 सीटों पर देश भर में मतदान हो रहा है और देश भर में यह स्थिति है और बिहार में चार की चार सीट हम जीत रहे और यहां से जो माहौल तैयार होगा। वह आपको अगले सातवें चरण में दिखेगा और कारण भी है कि एनडीए में एकजुटता है। हम लोगों ने मिलकर चुनाव प्रचार किया तमाम एनडीए के गठबंधन के घटक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने खुद प्रधानमंत्री ने यहां पर सभा की। इंडी एलायंस के कोई भी लोग कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता यहां नहीं पहुंचा है राहुल जी को अभी तक फुर्सत नहीं मिली है, यहां आने के लिये पहले चरण का चुनाव हो गया वाम दल के कोई बड़े नेता यहां नहीं आये तो वह गंभीरता नहीं है। पहले चरण को लेकर कम से कम इंडी एलायंस के घटक दलों में गंभीरता नहीं है और गंभीरता का अभाव और लापरवाही और जिस तरीके से यह हुड़दंग और दबंगई यह लोग दिख रहे हैं। चुनाव के दौरान इसका पूरा का पूरा नुकसान इन लोगों को बिहार में 40 की 40 सीटों के नुकसान के साथ होगा।
चौंकाने वाला रिजल्ट आयेगा सामने
तेजस्वी यादव के बयान की चौंकाने वाला रिजल्ट आयेगा को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि, बिल्कुल चौंकाने वाला रिजल्ट सामने आयेगा। क्योंकि पिछली बार इन लोगों ने 1 सीट पर जीत दर्ज कर ली थी लेकिन इस बार ये लोग वो भी एक सीट नहीं जीत पाएंगे। तो चौंकना इनके लिये स्वभाविक हैं तो ये लोग चौकेंगे ही चौकेंगे। तेजस्वी की सभा में गाली की बात मेरे लिये सेंसिटिव मैटर है। मेरे परिवार के लोगों के लिये गाली दी जा रही है। किसी नेता के लिये ना किसी आम बिहार के ना किसी देशवासी के लिये ना ही किसी इंसान के लिये ऐसी अभद्र भाषा की कोई गुंजाइश नहीं है। मैं मानता हूं मर्यादित शब्दों में रहकर आप विरोध आप दर्ज कर सकते हैं शब्दों की मर्यादा को राजनीति में रखना जरूरी है और खास करके यह जिम्मेदारी हम जैसे युवाओं पर और बढ़ जाती है जो जिनको बड़ी आबादी अपना आदर्श मानती है।
तेजस्वी की व्यवहार पर जताया दुख
ऐसे में हम लोगों का आचरण बहुत मायने रखता है चिराग ने कहा आप उस पर कार्रवाई करने की बजाय या कोई कड़ा वक्तव्य देने की बजाय आप क्या कहते हैं मैंने सुना नहीं आप क्या कहते हैं कि यह छोटी बातों को तुल नहीं देना चाहिए, खून खौलता है ऐसी बातों से मुझे लगता है कि हर बेटे और बेटी का खून खौलेगा। अगर किसी के भी मां को इस तरह से गाली दी जाये किसी के भी साथ यह घटना होगी। हर किसी का खून खौलेगा मैं तब भी बहुत सयमित तरीके से अपनी बातों को रख रहा हूं, पर इन बातों पर दुख क्या कार्रवाई करना तो दूर इसको कवर करने का प्रयास किया जा रहा है और इसको ढकने का प्रयास किया जाए। यह आपकी मानसिकता को दर्शाता है।
याद आने लगा है जंगलराज
वहीं जंगलराज 90 के दशक का याद आने लग गया है। जिस वजह से हमारे प्रदेश से बड़े स्तर पर पलायन हुआ था या अगर वह जंगल राज की परछाई नहीं तो और क्या है आज एक और सामाजिक तत्व में है। इतनी हिम्मत है कि तेजस्वी यादव के सामने चिराग पासवान के परिवार को गाली दी जाती है और वह कुछ नहीं बोलते हैं सोचिए उसे व्यक्ति की हिम्मत कितनी बढ़ेगी। गांव में जायेगा, देहात में जायेगा जब चिराग पासवान की मां के बाद बोलने में कुछ नहीं हुआ तो गांव की महिलाओं के साथ हुआ क्या हरकत करेगा। यहीं जंगल राज है जिसकी अब आहट सुनाई देने लगी है और ऐसे में इन लोगों की सोच। दुख मुझे इस बात का जरूर है कि मेरा छोटा भाई है वह उनके सामने यह हुआ। राबड़ी देवी जी मेरी मां है और मेरे सामने अगर उनके लिये कुछ कहता है मेरी बहन मीसा के लिए कुछ कहता है रोहिणी के लिये कुछ कहता तो मैं जरूर जबाव देता।
तेजस्वी की जगह मैं रहता तो देता मुंह तोड़ जवाब
यही नहीं किसी भी हिंदुस्तानी के लिए कोई कुछ इस तरह के भाषा का प्रयोग करता है तो मैं वहीं मुंह तोड़ जवाब देता। मैं कड़ी आपत्ति उस पर दर्ज करता हूं और उन्हें हराकर बिहार की जनता जवाब देने में सक्षम है। इस बात का आकलन करने के लिए की जो लोग इस तरीके की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। अभी नवरात्रि का त्योहार मातृशक्ति पूजन हम लोगों ने किया है। नवरात्रि के आखिरी दिन मातृशक्ति को गाली देने का काम कर यह उनके संस्कारों को दिखा रहा है। राजद के कल्चर को दिखा रहा है।