खूंटी। तोरपा के भाजपा विधायक कोचे मुंडा ने गुरुवार को अपने रांची स्थित आवास में परिवार के सदस्यों के साथ प्रकृति पर्व सरहुल पारंपरिक ढंग से मनाया और पूजा-अर्चना की।

मौके पर विधायक ने कहा कि सरहुल सिर्फ एक त्योहार भर नहीं है, बल्कि प्राणियों के साथ प्रकृति के अटूट संबंध का दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सरहुल सूर्य का पृथ्वी के विवाह के रूप में मनाया जाता है। होली के बाद हर गांव में अलग-अलग दिनों में सरहुल का त्योहार इसका आयोजन होता है। उन्होंने बताया कि जब तक किसी गांव का सरहुल संपन्न नहीं हो जाता, तब तक इस गांव में सरई या सखुआ का फूल नहीं लाया जा सकता। उन्होंने कहा कि सरहुल पर्व बीत जाने के बाद ही किसान खेती-किसानी का काम शुरू करते है।। विधायक ने समस्त झारखंडवासियों को सरहुल की शुभकामनाएं दी।

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