रांची। कोयलांचल का कुख्यात अपराधी विकास तिवारी ने गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई गैंग से हाथ मिला लिया है। झारखंड एटीएस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। एटीएस ने विकास तिवारी गैंग के अपराधी गोबिंद राय को बीते दिनों गिरफ्तार किया था। एटीएस की जांच में खुलासा हुआ है कि विकास तिवारी के कहने पर गोविंद राय ने हरियाणा के गुड़गांव में 1 मार्च को कारोबारी सचिन मुंजाल की हत्या में शामिल अपराधियों को शरण दी थी। सचिन मुंजाल की हत्या लॉरेंस विश्नोई गैंग ने करायी थी। बता दें कि विकास तिवारी इन दिनों हजारीबाग के जेल बंद है।
लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी गैंगस्टर रोहित गोदारा ने हत्या की ली थी जिम्मेवारी
बता दें कि कारोबारी सचिन मुंजाल की 1 मार्च की रात रोहतक में एक ढाबा के सामने गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। सचिन अपनी मां, पत्नी और दो बच्चों के साथ एक शादी में शामिल होने के लिए गुरुग्राम से पंजाब के संगरूर जा रहे थे। जेल में बंद डॉन लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। रोहित गोदारा कनाडा में बैठा है और वहीं से घटना को अंजाम दिला रहा है। इससे पहले 29 मई 2022 को पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गयी थी। इस हत्या के बाद से सचिन की हत्या सातवीं घटना थी, जिसकी विदेश में बैठे गैंगस्टरों ने जिम्मेदारी ली थी।
गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव हत्याकांड में विकास तिवारी काट रहा आजीवन कारावास की सजा
गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव हत्याकांड में हजारीबाग एडीजे कोर्ट ने विकास तिवारी समेत पांच अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी थी। कोर्ट ने 11 सितंबर 2020 को ही इन्हें दोषी करार दिया था। सजा सुनाने की तिथि 22 सितंबर 2020 तय की गयी थी। कोर्ट ने हत्या का दोषी पाते हुए विकास तिवारी, दिलीप साहू, विशाल कुमार सिंह, राहुल देव पांडे और संतोष देव पांडे को आजीवन कारावास की सजा दी थी। मालूम हो कि सुशील श्रीवास्तव की हत्या जून 2015 में हजारीबाग कोर्ट में पेशी के दौरान की गयी थी। अपराधियों ने एके-47 से सुशील श्रीवास्तव पर गोलियां चलायी थीं। इस मामले में हजारीबाग पुलिस ने विकास तिवारी को अगस्त 2015 में दिल्ली से गिरफ्तार किया था।