रांची। केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय कार्यालय में शुक्रवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। सरहुल शोभा यात्रा के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की एवं तमाम पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी विनय कुमार के द्वारा कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। इसके विरोध में केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि फर्जी केंद्रीय सरना समिति बना कर कुछ लोग समाज को बदनाम कर रहे हैं निजी स्वार्थ की खातिर समाज को राजनीति कर बदनाम कर दिये हैं। केंद्रीय सरना समिति का गठन बाबा कार्तिक उरांव के द्वारा 1970 में किया गया था, जिसका उद्देश्य सरना समाज को धार्मिक, सामाजिक-सांस्कृतिक एवं एकजुट करना था, परंतु फर्जी केंद्रीय सरना समितियों के द्वारा बराबर बाबा कार्तिक उरांव के आदर्शों को चकनाचूर कर दिया जा रहा है। 11 अप्रैल को फर्जी केंद्रीय सरना समिति भारत के द्वारा नारायण उरांव के नेतृत्व में आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए राजनीतिक झांकी निकाली गयी थी, जिसमें झामुमो के हेमंत सोरेन को जेल के अंदर दिखलाया गया था एवं स्लोगन भी लिखा था, जेल का ताला टूटेगा हेमंत सोरेन छूटेगा। इसको लेकर केंद्रीय सरना समिति 13 आरआइटी बिल्डिंग कचहरी रांची के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, उपाध्यक्ष प्रशांत, प्रमोद, निर्मल पाहन, महासचिव संजय तिर्की, विनय उरांव, अनूप मुंडा को आदर्श आचार संहिता के विरुद्ध प्राथमिक भी दर्ज की गयी है। उन्होंने मीडिया को बताया कि 11 अप्रैल को केंद्रीय सरना समिति 13 आरआइटी बिल्डिंग परिसर रांची की ओर से अल्बर्ट चौक के पास स्वागत मंच लगाया गया था।