रांची। झारखंड एटीएस ने अमन साहू के राईट हैंड माने जानेवाले राहुल दुबे को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ऋषभ कुमार झा के निर्देश पर गठित टीम कई दिनों से राहुल दुबे की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। इसी क्रम में राहुल दुबे को एटीएस की टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। एटीएस राहुल दुबे को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी करेगा। राहुल दुबे अमन साहू का फाइनेंस देखता है। एटीएस अब राहुल दुबे से अमन साहू और उसके परिवार की संपत्ति का पता लगायेगा। पलामू जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू गिरोह के पैसे का निवेश बालू, ईंट भट्ठा, कोयला व जमीन के धंधे में किया जाता है। हाल ही में रांची पुलिस के हत्थे चढ़े साहू गिरोह के गुर्गे ने इसका खुलासा किया था। गुर्गे ने पुलिस को बताया है कि फरवरी के पहले सप्ताह में ओरमांझी स्थित भारतमाला प्रोजेक्ट रोड पर जाकर वहां काम कर रहे मजदूरों पर छह राउंड फायरिंग की घटना को अंजाम देने में प्रमोद सिंह, राजा अंसारी, राहुल दुबे और जगत साहू उर्फ लक्खी शामिल था। अमन साहू का गिरोह पलामू, चतरा, लोहरदगा, हजारीबाग, रांची, खूंटी, चाईबासा, सरायकेला, गिरिडीह व धनबाद में सक्रिय है।
दो वर्ष पहले रांची से पकड़ा गया था राहुल दुबे
अपराधी अमन साहू के करीबी राहुल दुबे को चतरा पुलिस ने अक्टूबर 2021 में रांची से गिरफ्तार किया था। रामगढ़ के कुजू निवासी राहुल दुबे को सदर थाना क्षेत्र स्थित बूटी मोड़ से गिरफ्तार किया गया था। 28 दिसंबर 2019 को अमन साहू और सुजीत सिन्हा गिरोह ने टंडवा थाना क्षेत्र स्थित शिवपुर रेलवे साइडिंग में मां अंबे कंपनी के दो कर्मचारी को गोली मारी थी। इसमें एक पेलोडर चालक की मौत हो गयी थी और एक घायल हो गया था। इस घटना में राहुल दुबे शामिल था।