बेंगलुरु/नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र पर तंज कसते हुए कहा कि वादे निभाने के लिए पैसा बचेगा ही नहीं। उन्होंने कहा कि इस तरह के वादे कर रहे हैं, जिन्हें निभाने पर बजट में इतना घाटा होगा कि पैसा बचेगा ही नहीं।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने शनिवार को यहां भाजपा कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के घोषणापत्र में कई जगह पर परस्पर विरोधाभासी बातें कही गई हैं। वे इस तरह के वादे कर रहे हैं, जिन्हें निभाने पर बजट में इतना घाटा होगा कि पैसा बचेगा ही नहीं। सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मैं सिर्फ कर्नाटक का उदाहरण लूंगी। यहां विधानसभा चुनाव जीतने के लिए उन्होंने अपने घोषणापत्र में बहुत बड़े वादे किये थे, उन घोषणापत्रों ने उन्हें जिताया लेकिन उन वादों को पूरा करने के लिए उन्हें बजट की जरूरत है। डीवाई शिवकुमार ने खुद कहा था कि उनके पास विकास के लिए धन नहीं है।

सीतारमण ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद कर्नाटक पर बहुत बड़ा वित्तीय बोझ पड़ा…अगर एक राज्य में उनके (कांग्रेस सरकार) के कारण इतना बड़ा बोझ है, तो क्या देश की जनता को उनके वादों (कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी लोकसभा चुनाव घोषणापत्र) पर भरोसा करना चाहिए?” सीतारमण ने कहा कि यह चिंताजनक और दुख:द है कि बेंगलुरु पेयजल संकट से जूझ रहा है। वित्त मंत्री ने 2023 में सत्ता में आने पर कांग्रेस सरकार द्वारा कई सिंचाई और पेयजल पहलों को रोके जाने के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया।

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