Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, June 6
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»जैन साहित्य भारत के बौद्धिक गौरव की रीढ़ रहा है: प्रधानमंत्री
    देश

    जैन साहित्य भारत के बौद्धिक गौरव की रीढ़ रहा है: प्रधानमंत्री

    shivam kumarBy shivam kumarApril 9, 2025No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ‘नवकार महामंत्र दिवस’ कार्यक्रम में भारत की बौद्धिक और आध्यात्मिक विरासत को आकार देने में जैन साहित्य की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जैन साहित्य भारत के बौद्धिक गौरव की रीढ़ रहा है और इस ज्ञान को संरक्षित करना एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी है।

    प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में प्राकृत और पाली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के केंद्र सरकार के फैसले का उल्लेख करते हुए बताया कि इससे जैन साहित्य पर और अधिक शोध हो सकेगा। भाषा को संरक्षित करने से ज्ञान का अस्तित्व बना रहता है और भाषा का विस्तार करने से ज्ञान का विकास होता है। प्रधानमंत्री ने भारत में सदियों पुरानी जैन पांडुलिपियों के अस्तित्व का उल्लेख किया और प्रत्येक पृष्ठ को इतिहास का दर्पण और ज्ञान का सागर बताते हुए गहन जैन शिक्षाओं का हवाला दिया। उन्होंने कई महत्वपूर्ण ग्रंथों के धीरे-धीरे लुप्त होने पर चिंता व्यक्त की और इस वर्ष के बजट में घोषित ज्ञान भारतम मिशन के शुभारंभ का उल्लेख किया। उन्होंने देशभर में लाखों पांडुलिपियों का सर्वेक्षण करने और प्राचीन विरासत को डिजिटल बनाने की योजना साझा की, जिससे पुरातनता को आधुनिकता से जोड़ा जा सके। उन्होंने इस पहल को अमृत संकल्प बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि नया भारत आध्यात्मिकता के साथ दुनिया का मार्गदर्शन करते हुए एआई के माध्यम से संभावनाओं की खोज करेगा।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि जैन धर्म वैज्ञानिक और संवेदनशील है, जो अपने मूल सिद्धांतों के माध्यम से युद्ध, आतंकवाद और पर्यावरण संबंधी मुद्दों जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करता है। अनेकांतवाद में विश्वास युद्ध और संघर्ष की स्थितियों को रोकता है, दूसरों की भावनाओं और दृष्टिकोणों की समझ को बढ़ावा देता है। उन्होंने दुनिया को अनेकांतवाद के दर्शन को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वैश्विक संस्थाएं अब भारत की ओर देख रही हैं क्योंकि इसकी प्रगति ने दूसरों के लिए रास्ते खोले हैं। उन्होंने इसे जैन दर्शन परस्परोपग्रहो जीवनम् से जोड़ा, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि जीवन परस्पर सहयोग पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण ने भारत से वैश्विक उम्मीदें बढ़ा दी हैं और राष्ट्र ने अपने प्रयासों को तेज कर दिया है।

    मोदी ने सामूहिक नवकार मंत्र के जाप के बाद सभी से नौ संकल्प लेने का आग्रह किया। पहला संकल्प जल संरक्षण था, उन्होंने बुद्धि सागर महाराज के शब्दों को याद किया, जिन्होंने 100 साल पहले भविष्यवाणी की थी कि पानी दुकानों में बेचा जाएगा। उन्होंने पानी की हर बूंद का महत्व समझने और उसे बचाने की आवश्यकता पर बल दिया। दूसरा संकल्प मां के नाम पर एक पेड़ लगाना है। उन्होंने हाल के महीनों में 100 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए जाने का उल्लेख किया और सभी से अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाने और उनके आशीर्वाद की तरह उसका पालन-पोषण करने का आग्रह किया।

    उन्होंने इस संबंध में गुजरात में 24 तीर्थंकरों से संबंधित 24 पेड़ लगाने के अपने प्रयासों को भी याद किया, जो कुछ पेड़ों की अनुपलब्धता के कारण पूरा नहीं हो सका। हर गली, मोहल्ले और शहर में स्वच्छता के महत्व पर जोर देते हुए, सभी से इस मिशन में योगदान देने का आग्रह करते हुए, मोदी ने तीसरे संकल्प के रूप में स्वच्छता मिशन का उल्लेख किया। वोकल फॉर लोकल चौथा संकल्प है, उन्होंने स्थानीय रूप से निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने, उन्हें वैश्विक बनाने और उन वस्तुओं का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिनमें भारतीय मिट्टी और भारतीय श्रमिकों के पसीने की खुशबू है। पांचवां संकल्प भारत की खोज है और उन्होंने लोगों से विदेश यात्रा करने से पहले भारत के विविध राज्यों, संस्कृतियों और क्षेत्रों का पता लगाने का आग्रह किया, देश के हर कोने की विशिष्टता और मूल्य पर जोर दिया।

    प्राकृतिक खेती को अपनाना छठा संकल्प है, प्रधानमंत्री ने जैन सिद्धांत का उल्लेख किया कि एक जीव को दूसरे को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए और धरती माता को रसायनों से मुक्त करने, किसानों का समर्थन करने और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने सातवें संकल्प के रूप में स्वस्थ जीवन शैली का प्रस्ताव रखा और बाजरा (श्री अन्न) सहित भारतीय आहार परंपराओं की वापसी, तेल की खपत में 10 प्रतिशत की कमी और संयम और संयम के माध्यम से स्वास्थ्य बनाए रखने की वकालत की। उन्होंने आठवें संकल्प के रूप में योग और खेल को शामिल करने का प्रस्ताव रखा और शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक शांति सुनिश्चित करने के लिए योग और खेल को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने पर जोर दिया, चाहे वह घर हो, काम हो, स्कूल हो या पार्क हो। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये संकल्प जैन धर्म के सिद्धांतों और एक स्थायी और सामंजस्यपूर्ण भविष्य की दृष्टि से मेल खाते हैं। उन्होंने कहा कि ये नौ संकल्प व्यक्तियों में नई ऊर्जा भरेंगे और युवा पीढ़ी को एक नई दिशा प्रदान करेंगे। इनके कार्यान्वयन से समाज में शांति, सद्भाव और करुणा को बढ़ावा मिलेगा।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleकेन्द्र सरकार का रवैया लोकतंत्र को खत्म करने वाला: खरगे
    Next Article शिक्षा मंत्री ने 224 चौकीदारों को दिया नियुक्ति पत्र
    shivam kumar

      Related Posts

      प्रधानमंत्री ने चिनाब रेलवे पुल का किया उद्घाटन, वंदेभारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी

      June 6, 2025

      देश में कोरोना के सक्रिय मामले बढ़कर हुए 4866, पिछले 24 घंटे में 7 लोगों को मौत

      June 5, 2025

      प्रधानमंत्री, गृहमंत्री सहित प्रमुख नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी को दी जन्मदिन की शुभकामनाएं

      June 5, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री ने चिनाब रेलवे पुल का किया उद्घाटन, वंदेभारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी
      • मुख्यमंत्री ने गुपचुप कर दिया फ्लाईओवर का उद्घाटन, ठगा महसूस कर रहा आदिवासी समाज : बाबूलाल
      • अलकतरा फैक्ट्री में विस्फोट से गैस रिसाव से कई लोग बीमार, सड़क जाम
      • लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की गयी मंईयां सम्मान योजना की राशि
      • लैंड स्कैम : अमित अग्रवाल ने सुप्रीम कोर्ट से मांगी बेल
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version