नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय समुद्री दिवस के अवसर पर देश में समुद्री क्षेत्र और बंदरगाहों को मजबूत करने पर जोर दिया है। शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास और देश के विकास में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
पोस्ट के साथ वीडियो संदेश में भी शेयर किया
प्रधानमंत्री ने कहा, आज, राष्ट्रीय समुद्री दिवस पर, हम भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास और राष्ट्र निर्माण में इस क्षेत्र द्वारा निभाई गई भूमिका को याद करते हैं। हम भारत की प्रगति के लिए समुद्री क्षेत्र और अपने बंदरगाहों को मजबूत करना जारी रखेंगे।
देश की बंदरगाह क्षमता को दोगुना किया
पीएम मोदी ने पोस्ट के साथ एक वीडियो संदेश भी जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में सरकार ने देश की बंदरगाह क्षमता को दोगुना कर दिया है और बंदरगाह संपर्क के लिए 1000 किलोमीटर से अधिक नई सड़कें विकसित की हैं। उन्होंने कहा, हमने भारत के समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए नियमित रूप से काम किया है।
तटीय शिपिंग बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण
प्रधानमंत्री ने ‘समृद्धि के लिए बंदरगाह’ और ‘प्रगति के लिए बंदरगाह’ जैसी पहलों का भी उल्लेख किया, जिन्होंने क्षेत्र में समुद्री परिदृश्य को बदलने में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत अपने तटीय शिपिंग बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण भी कर रहा है। पीएम ने बताया कि समृद्धि के लिए बंदरगाह और प्रगति के लिए बंदरगाह क्षेत्र के समुद्री परिदृश्य को बदल रहे हैं। मोदी ने कहा, इतिहास गवाह है कि जब भी भारत के पास मजबूत समुद्री क्षमता रही है, तो देश के साथ-साथ दुनिया को भी फायदा हुआ है।
जानें क्यों 5 अप्रैल को मनाया जाता है राष्ट्रीय समुद्री दिवस
पांच अप्रैल 1919 को पहली बार भारतीय कंपनी सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड का जहाज एस.एस. लॉयल्टी व्यापार के लिए भारत से लंदन गया था। इसकी याद में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय हर साल 5 अप्रैल को राष्ट्रीय समुद्री दिवस के रूप में मनाता है। राष्ट्रीय समुद्री दिवस भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में समुद्री व्यापार की महत्वपूर्ण भूमिका और वैश्विक व्यापार में इसके रणनीतिक स्थान को समर्पित है।