रियाद। सऊदी अरब में हुए भीषण सड़क हादसे में तीन महिलाओं समेत पांच पाकिस्तानी उमराह तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह लोग बस से अल-बद्र से मदीना जा रहे थे। बस और ट्रैलर की टक्कर से यह हादसा हुआ।
पाकिस्तान के समाचार चैनल ‘एआरवाई न्यूज’ की खबर के अनुसार, मृतकों में तीन महिलाएं और दो बुजुर्ग पुरुष शामिल हैं। बचाव अधिकारियों ने पुष्टि की कि घायलों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। उन्हें तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया। मृतक महिलाएं बहावलनगर के निकट 228/9-आर और 201 मुराद गांव की थीं, जबकि पुरुष 39/3-आर और दहरानवाला के निवासी थे।
पाकिस्तान नेशनल असेंबली के अध्यक्ष अयाज सादिक ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। उन्होंने सऊदी अरब में पाकिस्तान के दूतावास को पीड़ितों के परिवारों की पूरी मदद करने और घायलों को सहायता प्रदान करने का भी निर्देश दिया।
‘एआरवाई न्यूज’ के अनुसार, पाकिस्तान के निजी टूर ऑपरेटरों के कुप्रबंधन के कारण लगभग 67,000 पाकिस्तानी तीर्थयात्री इस साल हज यात्रा पर नहीं जा पाए हैं। इस संकट के कारण जायरीनों से एकत्र किए गए 36 बिलियन पाकिस्तानी रुपये भी सऊदी अरब में फंस गए हैं। सऊदी सरकार ने कथित तौर पर पैसे वापस करने से इनकार कर दिया है और इसके बजाय अगले साल की तीर्थयात्रा के लिए धन समायोजित करने की पेशकश की है।
बताया गया है कि पाकिस्तान की हज नीति 2025 को मंजूरी देने में देरी के कारण निजी ऑपरेटर समय पर आवेदन जमा नहीं कर पाए। हालाँकि, धनराशि सऊदी अरब को हस्तांतरित कर दी गई थी, लेकिन अपर्याप्त समय और सऊदी अधिकारियों के साथ समय पर व्यवस्थाओं का समन्वय करने में विफलता के कारण तैयारियां अधूरी रह गईं।
सूत्रों ने बताया कि सऊदी सरकार के साथ त्वरित संचार और समन्वय की कमी ने मुद्दों को और पेचीदा कर दिया। पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने बताया कि कुछ निजी कंपनियों ने अदालती आदेश प्राप्त कर लिए हैं, जिससे निजी हज कोटे का आवंटन रुक गया है। नतीजतन, इस साल निजी योजना के तहत केवल 23,620 तीर्थयात्री ही हज 2025 कर पाएंगे, जो कि निजी ऑपरेटरों के माध्यम से सालाना तीर्थयात्रा करने वाले 90,000 पाकिस्तानियों की तुलना में काफी कम है।