काठमांडू। नेपाल सोमवार को अपना नव वर्ष मना रहा है। नेपाल के आधिकारिक विक्रम संवत 2082 कैलेंडर के मुताबिक आज वैशाख का पहला दिन है। नव वर्ष के अवसर पर देश के राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल, उपराष्ट्रपति राम सहाय यादव, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ने देशवासियों के नाम संदेश जारी करते हुए शुभकामना दी है। नव वर्ष के अवसर पर नेपाल के सभी धार्मिक स्थलों, मंदिरों में दर्शन के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती है। काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में सुबह 4 बजे से ही भक्तों की भीड़ लगी है।
नववर्ष के अवसर पर देशभर में कई धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के तरफ से देश के सभी प्रमुख मठ मंदिरों में नव वर्ष के अवसर पर दीपोत्सव का कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसके अलावा देशभर में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
विक्रम संवत पश्चिमी कैलेंडर से 56 साल और 8 महीने पहले है। 12 महीने हैं, लेकिन प्रत्येक महीने में दिनों की संख्या हर साल बदलती है और 32 तक जा सकती है। इसका मतलब है कि लीप वर्ष की कोई आवश्यकता नहीं है। यह एक सौर कैलेंडर है और प्राचीन हिंदू परंपराओं पर आधारित है। इसका नाम और शुरुआत उज्जैन के महान राजा विक्रमादित्य से मिलती है।