उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा में मंगलवार को सर्वसम्मति से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक पारित हो गया। यूपी जीएसटी पास करने वाला नौवां राज्य बन गया है।
राज्य विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने एक नोटिस जारी कर मांग की कि जीएसटी को सदन की प्रवर समिति को भेजना चाहिए। समिति इसकी रिपोर्ट एक महीने में दे हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गुजारिश पर उन्होंने नोटिस वापस ले ली। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इससे देश में बड़ा आर्थिक सुधार होगा।
इससे पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को कार्यवाही की शुरू होते ही विपक्ष ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर हंगामा किया। इस दौरान मथुरा में हुए दोहरे हत्याकांड का भी मुद्दा सदन में उठाया गया। ओ. पी. शर्मा ने सदन की सुरक्षा व व्यवस्था का प्रश्न उठाया।
वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि मैं सदन को विश्वास दिलाता हूं कि यूपी में कानून का राज होगा। पहले के मुकाबले अपराध में कई भी आई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा, ‘अब अपराधियों को राजनैतिक संरक्षण नहीं दिया जाएगा। अपराधियों के साथ अपराधियों की ही तरह सलूक किया जायेगा।’
योगी ने आगे कहा कि विपक्ष राजनैतिक कारणों से न माने लेकिन अब लोग खुद को सुरक्षित मानते हैं। आप चाहें तो इस साल 19 मार्च से 19 मई तक का रिकॉर्ड व्यक्तिगत भिजवा दूंगा। सदन की कार्यवाही के बीच एक महिला सभापति की पीठ के पास पहुंच गई। इसी दौरान वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों को धकेल कर सदन के बाहर किया।
हंगामे के चलते सोमवार को स्थगित हुई थी कार्रवाही
यूपी विधानसभा में विपक्ष ने सोमवार को भी हंगामा किया था, जिसके बाद कार्रवाही को स्थगित करना पड़ा। राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू किया। इसके अलावा विपक्ष द्वारा राज्यपाल पर कागज के टुकड़े फेंके गए और सीटियां भी बजाई गई थी।