अमेठी। अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पराजित कर सांसद बननेवाली स्मृति इरानी के करीबी भाजपा नेता और बरौली के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की शनिवार रात हत्या कर दी गयी। हत्या का आरोप कांग्रेस पर लगाया गया है।
सुरेंद्र सिंह की शनिवार देर रात गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। उनका अंतिम संस्कार रविवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी की मौजूदगी में बरौली गांव के बाहर बाग में किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। वारदात की जानकारी मिलने पर स्मृति इरानी दिल्ली से सीधे अमेठी पहुंचीं और सुरेंद्र सिंह की अर्थी को खुद कंधा दिया और उनके परिवार को सांत्वना दी। सुरेंद्र सिंह के शव का पोस्टमार्टम केजीएमयू लखनऊ में किया गया। इसके बाद उनका शव अंतिम दर्शन के लिए बरौली गांव लाया गया। गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
वारदात के बाद छापेमारी करते हुए पुलिस ने कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। ग्रामीणों के अनुसार, देर रात दो बाइक सवार बदमाश आये और उन्हें घर से बाहर बुलाया। सुरेंद्र जैसे ही बाहर आये, बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार कर हत्या कर दी और फरार हो गये। घायल अवस्था में ग्रामीण उन्हें पीएचसी ले गये। वहां डॉक्टरों ने उन्हें गंभीर बताते हुए लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ ले जाते वक्त रास्ते में ही सुरेंद्र ने दम तोड़ दिया।
हत्या का कारण चुनावी रंजिश बताया जा रहा है। इलाके में सुरेंद्र का काफी प्रभाव था, जिसका लाभ स्मृति इरानी को मिला। करीबी बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में स्मृति की जीत के बाद उनका कद काफी बढ़ गया था, जिसे कुछ लोग पसंद नहीं करते थे। वह स्मृति इरानी के काफी करीबी थे।
रविवार को अपनी करीबी के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचीं स्मृति इरानी ने कहा कि उन्होंने आज सुरेंद्र सिंह के परिवार के सामने एक शपथ ली है कि हम गोली मारने वाले और इसका आॅर्डर देने वाले किसी को शख्स को भी नहीं बख्शेंगे। उन्होंने कहा कि अगर इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाना पड़ा, तो वह भी करेंगे, लेकिन हत्यारों और साजिशकर्ताओं को मौत की सजा दिलाकर मानेंगे।
स्मृति के करीबी की हत्या, आरोप कांग्रेस पर
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