आजाद सिपाही संवाददाता
छतरपुर (पलामू)। जिले के छतरपुर बरडीहा गांव में जय माता स्टोन चिप्स क्रशर में काम कर रहे मनातू थाना घटसारी गांव निवासी जोगिंदर सिंह उर्फ जोगीया की मौत क्रशर के पट्टा की चपेट में आने से घटनास्थल पर ही हो गयी। बताया जा रहा है कि मृतक अपने बहन बरडीहा गांव में रहकर क्रशर में काम करता था। वही बहन दशमी कुंवर ने बताया कि हम खाना बना कर कहि चले गये थे कुछ घंटे बाद गांव वाले लोग ने बताया कि ऐसा घटना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि शव को अनदेखा कर जलाने की कोशिस पूरी तरह सब कुछ कर लिया गया था। लेकिन छतरपुर पुलिस के तत्परता के कारण शव को जलाने से असफल रहे। क्रशर संचालक रामप्रवेश साव मृतक के घर पर उस वक्त मौजूद रहे। इस घटना के बाबत उन्होंने बताया कि क्रशर पर काम करते थे और अचानक इस तरह का घटना हो गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि शव को जलाने के लिए तैयारी में लगे हुए थे लेकिन नकाब सावित रहें। घटना स्थल पर छतरपुर पुलिस पहुंच अग्रेतर करवाई मे जुटे। शव के कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेदनीनगर भेजा दिया है। लेकिन सवाल यह भी खड़ा होता है कि क्रशर संचालन करता मजदूरों के सेफ्टी के लिये कोई कदम क्यों नहीं उठाते हैं जबकि इसके पहले भी इस तरह के घटना हो चुकी है। सिलदाग गांव के दुलारी कुंवर पति स्व. कामेश्वर विश्कर्मा की मृत्यु क्रेशर के पट्टे में फसने के कारण ही होई गयी थी। दुलारी कुंवर भव फैक्ट्री के बगल स्थित नंदलाल साव के क्रशर में पत्थर पीसने की काम करती थी जो कि क्रशर के पट्टे के सम्पर्क में आ गयी है और दुलारी कुंवर के मृत्यु हो गयी थी।