एजेंसी
भदोही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यूपी के भदोही में महागठबंधन और कांग्रेस पर जमकर हमले किये। पीएम ने कहा कि देश ने नामपंथी, वामपंथी, दाम और दमनपंथी संस्कृति को देखा था, लेकिन उन्होंने विकासपंथी कल्चर लाया। भदोही में अपनी सभा के दौरान पीएम ने सर्जिकल स्ट्राइक की तारीफ की, तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर अपने करीबियों और बिजनेस पार्टनरों को रक्षा सौदे दिलाने का आरोप भी लगाया। इसके अलावा पीएम ने एसपी-बीएसपी की पूर्ववर्ती सरकारों पर समाज को जाति और पंथ के नाम पर बांटने का आरोप लगाते हुए उनकी आलोचना की। खासकर अखिलेश और मायावती के शासनकाल में हुए घोटालों का जिक्र कर कहा कि उनकी सरकार पर पांच साल में भ्रष्टाचार के एक भी आरोप नहीं लगे।
विपक्ष की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जब सिर्फ देश का विकास करने की इच्छाशक्ति के साथ सरकार चलायी जाती है, तो इसी तरह का परिवर्तन आता है। हमारे देश में आजादी के बाद चार अलग तरह की सरकार, राजनीति और कल्चर देखने को मिले। पहला है नामपंथी, दूसरा वामपंथी, तीसरा दाम और दमनपंथी और चौथा हम लेकर आये हैं विकासपंथी। नामपंथी, यानी जो अपने वंश के नेता का नाम जपते रहते हैं। वामपंथी, जो विदेश की विचारधारा को भारत पर थोपते हैं। दाम और दमनपंथी वह जो धन और बाहुबल के नाम पर देश पर कब्जा करने की सोच रखते हैं और विकासपंथी वह जिसके लिए 130 करोड़ लोगों का कल्याण प्राथमिकता होता है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस के नामदार ने अपने दोस्त को रक्षा सौदे दिलाये, लेकिन इनको नहीं याद रहा कि किसी गरीब का घर बनवा दें या उसके घर बिजली पहुंचा दें। लेकिन यही लोग अपने बिजनेस पार्टनर के लिए लंदन से दिल्ली तक दौड़ते रहे। इन्हीं लोगों को अमेठी और रायबरेली के लोगों ने अपने क्षेत्र से हटाने का संकल्प लिया है।
एक्टिंग पीएम का रिमोट कहीं और था : मोदी
सागर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पूर्ववर्ती पीएम डॉ मनमोहन सिंह को एक्टिंग वॉचमैन करार दिया। उन्होंने यहां एक जनसभा में कहा कि मनमोहन सिंह को देश की फिक्र नहीं, बल्कि कुर्सी की फिक्र थी। इस वजह से देश तबाह होता गया, बर्बाद होता चला गया। पीएम मोदी ने कहा, क्रिकेट में दिन का खेल पूरा होने का समय आखिरी ओवर बाकी हो एक-दो और कोई आउट होता है, तो जो आखिरी नंबर का होता है, उसे लाया जाता है। वह नाइट वॉचमैन का काम करता है। नाइट वॉचमैन भेजते हैं…जो अच्छे खिलाड़ी हैं, उन्हें नहीं भेजते। कांग्रेस को 2004 में, उन्होंने सोचा नहीं था, अचानक मौका मिल गया, तो राजकुमार की संभालने की स्थिति नहीं थी। खुद परिवार को राजकुमार पर भरोसा नहीं था। कांग्रेस को भरोसा नहीं था, तो राजकुमार तैयार होने तक, परिवार का वफादार वॉचमैन बैठाने की योजना बनी। उन्होंने सोचा कि राजकुमार आज सीखेगा, कल सीखेगा, सब इंतजार करते रहे, भरपूर ट्रेनिंग देने की कोशिश भी की गयी, लेकिन सब कुछ बेकार हो गया।
नामपंथी, वामपंथी, दाम और दमनपंथी के बाद हम लाये विकासपंथी कल्चर : मोदी
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