एजेंसी
कोलकाता। कोलकाता में मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हुए बवाल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को बशीरहाट पहुंचे। बशीरहाट में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि ममता दीदी ने दो दिन पहले सार्वजनिक तौर पर ऐलान किया था कि वो बदला लेंगी। उन्होंने 24 घंटे के अंदर अपना एजेंडा पूरा किया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो पर हमला किया गया।
मोदी ने कहा कि दीदी के गुंडे, गोलियां और बम लेकर विनाश करने पर उतर गये हैं, लेकिन लोकतंत्र के प्रति श्रद्धा को लेकर बंगाल के मेरे भाई-बहन डटकर खड़े हैं। क्या आपको लगता है कि आपकी गालियों और धमकियों से मोदी डर जायेगा। पीएम ने जनसभा में कहा कि बंगाल में भाजपा नेताओं को रैली नहीं करने दी जा रही। वोटरों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा। उम्मीदवारों पर हमले किये जा रहे हैं, यहां तक कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र को भी आपके गुंडों ने नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि दीदी आप खुद भी कलाकार हैं, आप मेरा भद्दा से भद्दा से चित्र बनाइये और मुझे भेंट करिये। मैं आप पर एफआइआर नहीं करूंगा। उन्होंने कहा, दीदी, जनता को धोखा आप दो, चिटफंड के नाम पर गरीबों का पैसा आप लूटो, भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए धरने पर आप बैठो। और जब पश्चिम बंगाल की जनता आपसे हिसाब मांगे, तो आप गालियां देने पर उतर आयीं, हिंसा और आगजनी करने लगीं।
पीएम मोदी ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अपने ही सपूतों पर सवाल उठाने वाली दीदी को सबक सिखाना जरूरी है। देश के हितों के खिलाफ जाकर पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाने वाली दीदी को सबक सिखाना जरूरी है। ममता दीदी, मत भूलिये कि ये 21वीं सदी का भारत है। अगर पश्चिम बंगाल की जनता आपको सातवें आसमान पर बिठा सकती है तो यही जनता आपको वापस जमीन पर भी गिरा सकती है।
लालू परिवार से पूछा, राजनीति में कितनी तनख्वाह मिली, अरबपति कैसे बने
आजाद सिपाही संवाददाता
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालू फैमिली पर निशाना साधते हुए पूछा कि राजनीति में कितनी तनख्वाह मिली है। उन्होंने लालू परिवार की अरबों की संपत्ति पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि राजनीति में कितनी तनख्वाह हो गयी है कि कुछ सालों में ही अरबपति हो गये हैं। मोदी ने कहा कि राजद और कांग्रेस की सोच में ही खोट है। ये लोग समझते हैं कि जातियां इनकी गुलाम हैं। इन्होंने गरीबों के नाम पर वोट बटोरे, बड़े-बड़े पद हासिल किये और जब काम की बारी आयी, तो गरीबों को ही भूल गये। ये लोग गरीबी से निकले थे, मगर हजारों-करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली। बंगले बनवाये, लाखों की गाड़ियां लीं।