किस्को (लोहरदगा)। झारखंड समेत पूरे देश में चल रहे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को लोहरदगा के किस्को में उस समय करारा झटका लगा, जब होंदगा गांव में एक व्यक्ति को जैसे ही सूचना मिली कि उसकी पत्नी ने बेटी को जन्म दिया है, उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। लातेहार जिले के कुसमाटांड़ के रहने वाले राजू राम की पत्नी ने रविवार को किस्को थाना क्षेत्र के होंदगा स्थित अपने मायके में बेटी को जन्म दिया। बच्ची के जन्म के समय उसका पिता भी अपनी ससुराल में ही था। बेटी पैदा होने के बाद वह काफी बेचैन हो गया। इसी क्रम में रात को उसने ससुराल के घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
इस घटना की बाबत लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि बेटी के जन्म को लेकर राजू राम अवसाद में आ गया और उसने आत्महत्या कर ली। उधर कुछ लोगों का कहना है कि राजू राम मानसिक रूप से बीमार था। उसका इलाज 10 वर्ष से चल रहा था। वह ससुराल में इलाज कराने के लिए आया हुआ था।
किस्को थाना पुलिस का कहना है कि राजू की शादी एक साल पहले लोहरदगा के होंदगा गांव निवासी बसंत राम की पुत्री के साथ हुई थी। वह पिछले 15 दिनों से अपनी ससुराल में रह रहा था। फिलहाल, पुलिस मामले के हरेक पहलू की पड़ताल में जुटी है। परिजनों की मानें तो उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी और ससुराल में इलाज कराने के लिए आया हुआ था।
रविवार की रात भोजन कर अपने कमरे में गया और फांसी लगा ली। इसकी जानकारी सोमवार की सुबह दरवाजा खोलने पर घरवालों को हुई। इसके बाद सूचना पुलिस को दी गयी। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा कर परिजन को सौंप दिया।