नई दिल्ली : बीट कॉन्स्टेबल ने तरकीब लगाई और गूगल के एक ऐप के जरिए महज 15 मिनट के भीतर लोकेशन का पीछा करते हुए चोरनी को पकड़ लिया। वह अरुणा आसफ अली अस्पताल में मरीज बनकर लेडी डॉक्टर का बैग और मोबाइल चोरी करके भागी थी। सिविल लाइंस पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी महिला की पहचान जाफराबाद निवासी 35 वर्षीय शबाना के तौर पर हुई है। डॉ. सुवर्ना अरुणा आसफ अली हॉस्पिटल में तैनात हैं। जब वह हॉस्पिटल की ओपीडी में पेशंट को देखने में बिजी थीं। इसी दौरान उनका बैग और मोबाइल गायब हो गया। इस बाबत उन्होंने पुलिस को इत्तला दी।
एसीपी अशोक त्यागी के सुपरविजन में एसएचओ जरनैल सिंह ने तुरंत छानबीन के लिए बीट कॉन्स्टेबल बाबू लाल को मौके पर भेजा। डॉक्टर ने घटनाक्रम बताया। इतने में बाबूलाल ने अपने मोबाइल में गूगल फाइंड डिवाइस ऐप डाउनलोड किया और लोकेशन को सर्च किया। महज पंद्रह मिनट ही गुजरे थे। चोरी हुए मोबाइल की लोकेशन तीस हजारी की तरफ आने लगी। इधर सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में डॉक्टर ने कुछ महिलाओं के चेहरे गौर से देखे।
बाबूलाल के साथ डॉक्टर उसी लोकेशन पर चल दीं। जैसे-जैसे लोकेशन दिखती गई, उसी तरफ चलते गए। तीस हजारी कोर्ट के पास पहुंचने पर वह संदिग्ध महिला मिल गई। लेडी डॉक्टर ने उसे पहचान लिया और उसके पास से बैग और मोबाइल भी बरामद कर लिया। सिविल लाइंस थाने की महिला पुलिस के साथ आरोपी महिला को थाने ले जाया गया। जहां पूछताछ में खुलासा हुआ कि इससे पहले आनंद विहार और मौर्या एंक्लेव में भी ऐसी वारदातें कर चुकी है।