कासगंज । परदेस से आने वाले तीर्थ यात्रियों को शूकर क्षेत्र सोरों में विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी हिदायतो में बंधे तीर्थ पुरोहित भी तीर्थ यात्रियों की कोई मदद नहीं कर पा रहे हैं। यात्रियों को ठहरने से लेकर खानपान की व्यवस्था भी नहीं मिल पा रही है। फल स्वरुप इन दिनों यात्री काफी दिक्कतों में अपने पितरों की अस्थियां विसर्जित कर पा रहे हैं।
लॉक डाउन के चलते सरकार ने सोरों शूकर क्षेत्र में हर पदी गंगा पर परदेस के तीर्थ यात्रियों कि पितरों की अस्थियां विसर्जित करने की अनुमति तो प्रदान कर दी है। लेकिन इस अनुमति के दौरान तमाम शर्तें भी लागू की हैं। जिनसे यहां आने वाले तीर्थ यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों लगातार हुई बरसात के चलते तीर्थयात्री काफी परेशान रहे, जो तीर्थयात्री रात को यहां आ गए और अगली सुबह उन्हें अपने कर्मकांड कराने हुए, ऐसे यात्रियों को रात में ठहरने के लिए कोई स्थान नहीं मिला। वे गंगा घाट पर या फिर अपने वाहनों में ही बमुश्किल रात गुजारने पर मजबूर रहे। दिन में तो बाजार में दुकान खोलने पर खानपान की वस्तुएं प्राप्त हो जाती हैं। लेकिन तीर्थ यात्रियों को भोजन की भी व्यवस्था नहीं मिल पा रही है। जिलाधिकारी द्वारा जारी किए गए पत्र के मुताबिक कोई भी तीर्थ पुरोहित संबंधित तीर्थयात्री को अपने निवास पर नहीं ले जा रहा है और ना ही उसके खानपान की व्यवस्था कर पा रहा है।
अस्थियां विसर्जन करने बड़ी संख्या में पढ़ रहे हैं श्रद्धालु
प्रदेश सरकार ने जब से शूकर क्षेत्र सोरों में हर पदी गंगा घाट पर अस्थियां विसर्जित करने की अनुमति प्रदान की है। तभी से बड़ी संख्या में लोग अपने पितरों की अस्थियां विसर्जन करने राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली आदि स्थानों से यहां पहुंच रहे हैं। बीते 4 दिन में यहां 200 से अधिक तीर्थ यात्रियों ने यहां पहुंचकर गंगा घाट पर अपने पितरों की अस्थियां विसर्जित किए हैं। शनिवार की सुबह राजस्थान के महुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक ओम प्रकाश हुडला दो बसों के साथ अपने क्षेत्र के लोगों को लेकर गंगा घाट पहुंचे हैं। उनके साथ क्षेत्र के 54 लोग यहां पहुंचे है। बीते शुक्रवार को भी यहां दो बसों के माध्यम से करीब 50 लोग आए इसके अलावा गंगा घाट पर राजस्थान मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से पहुंचने वाले यजमान का सिलसिला लगातार जारी है। अपने वाहनों से लोग यह पहुंच रहे हैं।
सरकारी व्यवस्थाएं हो रही है पूर्ण
प्रदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों की कोरोना संक्रमण से सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन सोरों नगर पालिका परिषद को जिम्मेदारी सौंपी है। यहां बाहर से आने वाली सभी दोपहिया वाहनों एवं बसों को सैनिटाइज किया जाता है। सुबह से लेकर शाम तक यह सिलसिला जारी रहता है। इसके अलावा मेला ग्राउंड में जहां भी गाड़ियां ठहरती हैं यहां भी सैनिटाइज मशीन एवं फागिंग मशीन से दवा का छिड़काव लगातार जारी रहता है। पालिकाध्यक्ष मुन्नी देवी के मुताबिक कोरोनावायरस महामारी के चलते नगर पालिका की ओर से जो भी सुविधाएं तीर्थ यात्रियों को प्राप्त हो सकती हैं। नगरपालिका समस्त सुविधाओं को प्रदान कर रही है।