जमशेदपुर : जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र स्थित स्लैग रोड डीएवी पटेलनगर स्कूल के पास हुई गोलीबारी की घटना में अखिलेश सिंह गिरोह के छह लोगों को पुलिस ने रविवार को जेल भेज दिया. इससे पहले अखिलेश सिंह गिरोह के खिलाफ काम करने वाले अपराधी सुधीर दुबे गैंग के सात लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है. इस पूरे मामले के बाद जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल के अधिकारियों की हालत खराब है. अभी चुनौती है कि जेल में ही दोनों के बीच किसी तरह की कोई टक्कर नहीं हो, इसका ख्याल रखा जाना है. चूंकि, बाहर से आने वाले सारे कैदियों को क्वारंटाइन सेंटर में रखना है, इस कारण दोनों को दो छोर पर रखा गया है. अखिलेश सिंह गिरोह के लोगों को एक छोर पर तो रखा गया है तो क्वारंटाइन सेंटर के ही दूसरे हिस्से में सुधीर दुबे गैंग के लोगों को रखा गया है. इससे पहले घाघीडीह जेल में ही अपराधी परमजीत सिंह की हत्या हो चुकी है तो कई बार अखिलेश सिंह और सुधीर दुबे गैंग के लोगों के बीच टकराव होता रहा है. 29 अप्रैल को सीतारामडेरा में हुए एक दूसरे पर फायरिंग की घटना के बाद पुलिस और अलर्ट हो चुकी है.
जेल प्रशासन को भी विशेष शाखा ने टकराव की आशंका जताते हुए एलर्ट किया है जबकि खुद जेल प्रशासन भी इस मसले को लेकर अलर्ट है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि दोनों ग्रुप एक दूसरे से टकरा नहीं जाये. एक ग्रुप को क्वारंटाइन सेंटर के ही सेल में रखा गया है जबकि दूसरे ग्रुप को सामान्य क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है. जेल मैनुअल के मुताबिक, अभी कोरोना वायरस के दौरान किसी भी जेल के कैदी को पहले जेल में ही बने क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिन रखा जायेगा. उनकी तबीयत की जांच होगी, जिसके बाद 14 दिनों के बाद सामान्य वार्ड या सेल में भेजा जायेगा. इस बीच रविवार की रात जेल भेजे गये अखिलेश सिंह गिरोह के सारे पांच लोगों को जेल प्रशासन ने जेल में तो रख लिया, लेकिन अखिलेश सिंह गिरोह के मुख्य शूटर कंहैया सिंह को जेल में लेने से जेल प्रशासन ने इनकार कर दिया. जेल प्रशासन ने कंहैया सिंह को जेल में रखने से इनकार कर उनको लौटा दिया. जेल प्रबंधन का कहना है कि चूंकि कंहैया सिंह को गोली ल गी हुई है और गोली अब तक निकाली तक नहीं गयी है, इस कारण उसका इलाज पहले होना चाहिए. जेल में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है कि गोली लगे व्यक्ति को इलाज के लिए रख लिया जाये. लिहाजा, उनको लौटा दिया गया है. दूसरी ओर, इस गोलीकांड में घायल बागबेड़ा प्रधानटोला निवासी सुरेश सिंह के पुत्र सचिन सिंह का इलाज टीएमएच में अब भी चल रहा है. सचिन के अस्पताल से छुट्टी होने के बाद उनको भी जेल भेजा जायेगा, लेकिन उनकी हालत खराब है ।