बंगाल में बिजली-पानी के लिए फूटा लोगों का गुस्सा
आजाद सिपाही संवाददाता
कोलकाता। अम्फान तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल में हुई तबाही की वजह से कई इलाकों में लोगों काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली-पानी जैसी जरूरी सेवाओं के बहाल नहीं होने की वजह से कई जगह लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे हैं। इस बीच प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से धैर्य बनाये रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन बिजली-पानी की आपूर्ति को शुरू करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। इस दौरान वह यह तक कह गयीं कि ‘मेरा सिर काट लो’। ममता बनर्जी ने कहा, यह बड़ी आपदा है। हमारी टीमें गंभीरता से काम कर रही हैं। राज्य में कम से कम एक हजार टीम काम कर रही है। उनके साथ स्थानीय युवा भी काम कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि लॉकडाउन लागू कराने और कानून व्यवस्था के अलावा पुलिस सेवा बहाली में भी मदद कर रही है। अम्फान तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल में 86 लोगों की जान चली गयी। 14 जिलों में तूफान की वजह से भारी तबाही हुई। सबसे अधिक नुकसान दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिले में हुआ है। दक्षिण कोलकाता के कई इलाकों में अब भी बिजली नहीं आयी है। शहर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। दक्षिण कोलकाता के बेहाला से उत्तरी कोलकाता के बेलघोरिया तक लोग आक्रोशित हैं। लोगों ने सड़कों पर आकर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। प्रदर्शनकारियों में अधिकतर महिलाएं थीं। उन्होंने कहा कि बिजली और पानी के बिना उन्हें बहुत दिक्कत हो रही है। कुछ जगहों पर पुलिस और लोगों के बीच झड़प भी हुई।
हम बहुत मेहनत कर रहे
कोलकाता में बिजली की स्थिति को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में बनर्जी ने कहा, मैं जानती हूं कि आपको असुविधा हो रही है। मैं आपसे माफी मांग सकती हूं या आप मेरा सिर काट सकते हैं। हम भी इंसान हैं। हम बहुत मेहनत कर रहे हैं। हम पूरी रात जाग रहे हैं। एक करोड़ लोग बेघर हैं। वे लोग कैसे धीरज रखते हैं, जिनके पास पीने का पानी नहीं है? उन्होंने कहा कि लोगों को जमीनी हकीकत को समझना चाहिए और धैर्य रखना चाहिए।