पुलवामा । जिले के अयानगुंड इलाके में गुरुवार की सुबह सुरक्षाबलों ने आतंकियों की एक बड़ी साजिश नाकाम करते हुए एक कार में रखी गई 45 किलो आईईडी बरामद कर उसे नष्ट कर दिया। हालाकि इस दौरान कार चला रहा हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी फरार हो गया। यह आईईडी सीआरपीएफ के काफिले को उड़ाने के लिए हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना द्वारा भेजी गई थी। यह हमला भी पूरा उसी तरह से अंजाम दिया जाना था, जिस तरह वर्ष 2019 में पुलवामा हमले को आतंकियों ने अंजाम दिया था।
आतंकियों के निशाने पर सीआरपीएफ के करीब 20 वाहन थे। आतंकी के फरार होने के तुरंत बाद पूरे क्षेत्र की घेराबंदी करके बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। गुरुवार सुबह श्रीनगर के बख्शी मैदान से सीआरपीएफ का कारवां श्रीनगर से जम्मू की ओर रवाना होना था, लेकिन आईईडी बरामद होने की सूचना मिलने के तुरंत बाद इसे रोक दिया गया।
जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि पिछले एक हफ्ते से हमें सूचना प्राप्त हो रही थी कि जैश ए मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिद्दीन मिलकर किसी बड़े हमले को अंजाम दे सकता है, जिसके बाद हम लगातार ट्रैकिंग कर रहे थे। कल शाम को पुलिस ने सेना की मदद से एक गाड़ी का पीछा किया। उन्होंने कहा कि एक नाके के दौरान गाड़ी को रोकने के लिए वॉर्निंग फायर भी किया गया लेकिन आतंकी ने गाड़ी नहीं रोकी।
उन्होंने बताया कि उससे अगले नाके पर भी फायरिंग की गई लेकिन तब तक अंधेरा हो गया था और अंधेरे का फायदा उठाकर चालक आतंकी मौके से भाग निकला। उन्होंने कहा कि इसके बाद हमने गाड़ी को जब्त किया और उसकी तलाशी ली तो उसमें भारी मात्रा में आईईडी बरामद की गई। हमारी टीम ने आईईडी को नष्ट कर दिया। उन्होंने बताया कि आतंकियों द्वारा रची गई यह एक बड़े हमले की साजिश थी, जिसे नाकाम कर दिया गया है।
विजय कुमार ने बताया कि आतंकी पिछले कई दिनों से साजिश में लगे थे, लेकिन समय रहते इसे विफल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि ये लोग किसी भी पुलिस या सुरक्षाबलों की टीम को टारगेट कर सकते थे। उन्होंने कहा कि गाड़ी में 40-45 किलो विस्फोटक था, जिसे नष्ट कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि जब कार में विस्फोटक फटा तो उसका धुआं 50 फीट तक ऊपर उठा। विस्फोटक को नष्ट करने से पहले आसपास के इलाके को खाली करवा दिया गया था।
हिन्दुस्थान समाचार/बलवान/बच्चन