नयी दिल्ली। जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि हम हमेशा भारत के आदिवासी युवाओं के एकीकृत और समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। न्यू इंडिया में सबके साथ कदम से कदम मिलाकर चलना है। इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा मे जनजातीय मंत्रालय और फेसबुक इंडिया के साझेदारी में गोल के दूसरे चरण का उद्घाटन श्री मुंडा ने शुक्रवार को किया।
इस अवसर पर श्री मुंडा ने कहा कि इस मेंटरशिप प्रोग्राम के माध्यम से हम डिजिटल साक्षरता, जीवन कौशल और उद्यमशीलता के मुख्य क्षेत्रों में आदिवासी क्षेत्रों की युवाओं को व्यक्तिगत रूप से उचित परामर्श के लिए प्रेरित करेंगे। गांव स्तर के जनजातीय समुदायों के युवा प्रतिनिधियों को सशक्त बनाने के लिए एक और सोच और ठोस कदम है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के मद्देनजर डिजिटल साक्षरता महत्वपूर्ण हो गयी है। जनजातीय युवाओं को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ व्यापार करने, बाजार तलाशने और संपर्क करने के नये तरीके सीखने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म और उपकरणों की पूर्ण क्षमता का उपयोग करने में उन्हें कुशल और सक्षम बनाना है। मुझे पूरा विश्वास है कि डिजिटल स्किलिंग और तकनीक उन्हें मुख्यधारा से जोड़ेगी, जिससे उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के विजन में योगदान देने का अवसर मिलेगा। डिजिटल उद्यमिता कार्यक्रम के तहत पांच हजार युवाओं को डिजिटल कौशल का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल पर 15 मई से 14 जुलाई तक आवेदन किया जा सकता है। यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को सरकारी योजनाओं के तहत प्रदान किये गये अवसरों का लाभ उठाने में सक्षम बनायेगा। मौके पर दक्षिण एवं मध्य एशिया के निदेशक आंखी दास, जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह, सरुता, सचिव दीपक खांडेकर और जनजातीय मामलों के मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी एवं फेसबुक इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।