आजाद सिपाही संवाददाता
महुआडांड। शिक्षा के क्षेत्र के आई गिरावट में कैसे अमूल परिवर्तन हो, इसमें कैसे सुधार लाकर हम आगे बढ़ सकते हैं, इसी को लेकर मैं आज आपलोगों के बीच उपस्थित होकर जानकारी लेने आया हूं, उपरोक्त बातें झारखंड राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा उत्पाद एवं मध निषेध विभाग के मंत्री जगरनाथ महतो ने नेतरहाट आवासीय विद्यालय के सभागार में उपस्थित पलामू, लातेहार, लोहरदगा एवं गढ़वा चारों जिलों के डीइओ, डीएसइ, बीइओ एवं शिक्षा जगत से जुड़े पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अमूल परिवर्तन चाहती है, इसी कारण मैं प्रत्येक क्षेत्र में जाकर नीचे तबके के पदाधिकारियों से बैठक कर एवं मिलकर वास्तविक स्थिति का जायजा लेने का कार्य कर रहा हूं। इतना संसाधन उपलब्ध कराने के बावजूद भी आज भी अधिकांश अभिभावक गण अपने बच्चों को क्यों प्राइवेट स्कूलों में क्यों पढ़ाना चाहते हैं, बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में 100% क्यों नहीं होती है। यही कारण है कि मैं आज आपलोगों के बीच उपस्थित होकर आपकी राय जानने आया हूं। शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक में स्थानीय विधायक रामचंद्र सिंह, पलामू प्रमंडल के डीइओ मौसूदी टुडू, महुआडांड एसडीएम सुधीर कुमार दास, लातेहार जिले के डीएसई छठु विजय सिंह, महुआडांड सीओ जुल्फीकार अंसारी, नेतरहाट आवासीय विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संतोष कुमार सिंह, आदि समेत पलामू, लातेहार, लोहरदगा एवं गढ़वा चारों जिलों के डीइओ, डीएसई, बीईओ एवं शिक्षा जगत से जुड़े कई पदाधिकारी मौजूद थे।