रांची । मांडर विधायक बंधु तिर्की ने शनिवार को कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को पत्र लिखकर लॉक डाउन ओलावृष्टि एवं बेमौसम बारिश से त्रस्त कृषकों को यथाशीघ्र राहत उपलब्ध कराने के संबंध में कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि कोविड-19 महामारी को लेकर देशव्यापी लॉक डाउन से सब्जी उत्पादक, दूध उत्पादक, मुर्गी पालक ,कृषक को काफी नुकसान हुआ है। अन्य राज्यों के लिए सब्जी का उठाव नहीं होने से स्थानीय बाजार में टमाटर, खीरा, नेनुआ ,कद्दू ,तरबूज, भिंडी ,बैगन, गोभी आदि पांच रुपए प्रति किलोग्राम किसानों का उठाव मूल्य है। जबकि लागत मूल्य पांच से आठ रुपये तक आता है। उसी तरह दुग्ध की मांग कम होने के कारण दुग्ध का उठाव डेयरी उद्योग द्वारा नहीं किए जाने से कृषकों का दूध नष्ट हो रहा है।

मुर्गी पालक (पोल्ट्री इंडस्ट्री) में लगे कृषकों को चूजा दूसरे राज्य से नहीं मिलने के कारण तथा कोविड-19 में मुर्गी मांस की मांग कम होने से काफी संकटों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मछली पालकों को बाजार नहीं मिलने के कारण आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि चिन्हित सब्जी उत्पादक कृषकों को कम से कम 5000 रुपये प्रति एकड़ तीन महीने तक सहायता राशि उपलब्ध कराया जाए। चिन्हित गो पालकों को अच्छी नस्ल वाले गांव का 2000 रुपये प्रति गाय प्रति महीने तीन महीने तक सहायता राशि दी जाए। सामान्य समय में 10 से 15000 कमाने वाले चिन्हित मुर्गी पालकों को 5000 रुपये प्रति महीने तीन महीने तक सहायता राशि दिया जाए।

मछली पालक को 5000 रुपये प्रति तीन महीने तक सहायता राशि दिया जाए। कमर्शियल सूकर पालक को 5000 रुपए प्रति महीने तीन महीने तक सहायता राशि दिया जाए। मछली दूध और सब्जी के ट्रांसपोर्ट के लिए उत्पादक के घर से बाजार तक चेन कूलिंग वैन का व्यवस्था करने की आवश्यकता है, जिससे पोस्ट हार्वेस्ट लॉसेस कम से कम हो। डेयरी उद्योग वालों को दूध से दूध पाउडर बनाने के लिए प्रोत्साहित करें।

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