रांची। लॉकडाउन में गर्भवती महिलाओं के लिए राहतभरी खबर है। इन महिलाओं की कोरोना की जांच एक घंटे में होगी। इसके बाद गर्भवती महिलाओं को प्रसव-इलाज में कोई परेशानी नहीं होगी। अब तक कोरोना जांच के नाम पर गर्भवती महिलाओं की अनदेखी की जा रही थी। इस कारण कई गर्भवती महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ रही थी। इस मसले पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि सरकार गर्भवती महिलाओं के बेहतर इलाज के लिए संकल्पित है। कोरोना के संकट में उन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए सरकार जरूरी तैयारी कर रही है।

मंत्री ने बताया कि राज्यभर में सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 51,935 गर्भवती महिलाओं को चिह्नित किया गया है। इनका प्रसव मई में ही होना है। डॉक्टर एहतियात के तौर पर अधिकतर गर्भवती महिलाओं को कोरोना जांच कराने की सलाह दे रहे हैं, नहीं कराने की स्थिति में उन्हें अंतिम समय में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए सरकार ने योजना बनायी है और वैकल्पिक व्यवस्था की है।स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि ऐसे में सभी को समय रहते कोरोना जांच करा लेने की सलाह दी जा रही है। एक महीने में लगभग 52 हजार मरीजों की कोरोना जांच कर पाना मुश्किल हो सकता था। इसको देखते हुए सदर अस्पतालों में टूनेट मशीन इंस्टॉल किया जा रहा है। इससे सिर्फ एक घंटे में कोरोना की जांच रिपोर्ट आ जायेगी।

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