ओसीआई (प्रवासी भारतीय नागरिक) कार्ड धारकों के दीर्घकालिक वीजा पर लगी अस्थायी रोक को लेकर प्रवासी भारतीयों के मन में बैठे भय को दूर करने का प्रयास करते हुए विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा है कि सरकार जल्द ही इस संबंध में उचित निर्णय लेगी।
उन्होंने सरकार द्वारा हाल में घोषित आर्थिक सुधारों के मद्देनजर भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्यों को देश में निवेश करने के लिए भी आमंत्रित किया।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन्स (एफआईए) और बिहार झारखंड एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका की ओर से रविवार को कोविड-19 पर भारतीय-अमेरिकियों के साथ रखी गई ऑनलाइन चर्चा में मुरलीधरन के हिस्सा लेने पर उन्हें ओसीआई कार्ड के मुद्दे पर पूछे गए कई सवालों का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे अवगत हैं और जल्द ही इसपर उचित निर्णय लेंगे।
बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक जिनके बच्चे ओसीआई कार्ड धारक हैं और भारतीय मूल के कई लोग जिनके पास यह कार्ड है, वे दीर्घावधि के वीजा पर लगी अस्थायी रोक के कारण भारत की यात्रा नहीं कर पा रहे हैं।
जयपुर फुट अमेरिका के प्रमुख प्रेम भंडारी ने कहा, ‘यह भारतीय मूल के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार है और इसके स्वभाव एवं भाव के खिलाफ है।’
मुरलीधरन ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और गृह मंत्री अमित शाह समेत भारत का शीर्ष नेतृत्व निजी तौर पर इस मुद्दे से अवगत है और उन्हें प्रवासी भारतीय समुदाय की भारतीयता पर किसी प्रकार का संदेह नहीं है।
उन्होंने चर्चा के प्रतिभागियों को आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री शीघ्र ही इसपर निर्णय करेंगे और कहा, ‘मैं ओसीआई कार्ड धारकों के दुख को समझता हूं। कृपया मन में किसी तरह का द्वेष न रखें।’
मुरलीधरन ने प्रवासियों से कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित बड़े आर्थिक सुधारों से उपलपब्ध अवसर का लाभ लेने और भारत में निवेश करने की अपील की।