नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इंतजार कराने वाले अधिकारी के खिलाफ केंद्र ने एक्शन लिया है। यह मामला पश्चिम बंगाल से जुड़ा है। केंद्र ने प्रधानमंत्री की बैठक में देर से पहुंचने के लिए बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय को तलब किया है। उन्हें केंद्र ने वापस बुला लिया है। उन्हें केंद्रीय कार्मिक विभाग में तत्काल रिपोर्ट करने के लिए कहा है।
दरअसल यास तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनकी रिव्यू मीटिंग में समय से नहीं पहुंची। सूत्रों के मुताबिक वे मीटिंग में शुभेंदु अधिकारी को बुलाये जाने से नाराज थीं। ममता ने कहा कि यदि शुभेंदु अधिकारी बैठक में शामिल हो रहे हैं तो उनका जाना मुश्किल है। सूत्रों के अनुसार, ममता और चीफ सेक्रेटरी अलापन बंद्योपाध्याय एक ही परिसर में होने के बावजूद बैठक के लिए 30 मिनट की देरी से पहुंचे। देर रात केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी बंद्योपाध्याय को वापस बुला लिया।
डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग ने इसका आदेश कर राज्य सरकार से गुजारिश की है कि उन्हें तुरंत रिलीव किया जाए। अलापन बंद्योपाध्याय को 31 मई सुबह 10 बजे तक कार्मिक विभाग में दिल्ली रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। ममता बनर्जी ने 24 मई को कहा था कि बंद्योपाध्याय का कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। बंद्योपाध्याय पश्चिम बंगाल कैडर के 1987 बैच के आएएएस अधिकारी हैं। अब केंद्र पर निर्भर करता है कि उनका कार्यकाल बढ़ा हुआ रहने देगा या नहीं। अगर कार्यकाल बढ़ा रहने दिया तो संभव है कि उन्हें तीन महीने केंद्र में ही गुजारना पड़े।