अररिया। एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के द्वारा अररिया जिलाध्यक्ष पद पर मो रहमत अली के मनोनयन के साथ ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई है।
अररिया जिले के एआईएमआईएम के पूर्व जिलाध्यक्ष राशिद अनवर ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। राशिद अनवर ने इस्तीफे का मुख्य कारण पार्टी के शीर्ष नेताओं का उपेक्षित रवैया बताया और पार्टी को जेब का संगठन बनाए रखने का प्रयास करार दिया।
राशिद अनवर ने पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेताओं पर नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिहार प्रदेश में पार्टी के उच्च स्तरीय नेता पार्टी के हित में काम नहीं कर रहे हैं,बल्कि पार्टी के बहाने अपने निजी हित में लगे रहते हैं।अच्छे और काबिल लोगों को पार्टी में लगातार अपमानित किया जाता है और फिर पार्टी के लिए उनके रास्ते बंद कर दिए जाते हैं।
उन्होंने सीमांचल के चार विधायकों के भी पाला बदले जाने को इसी का प्रतिफल करार दिया। प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के शीर्ष नेताओं के रहते हुए बिहार में पार्टी लगातार टूट रही है। उन्होंने कहा कि अपने समर्थकों के साथ वह गैर राजनीतिक संगठन बनाएंगे और क्षेत्र में जनहित के मुद्दे पर काम करेंगे।
उल्लेखनीय है कि रविवार को ही एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने नरपतगंज के सोनापुर निवासी मो.रहमत अली को पार्टी का नया अररिया जिलाध्यक्ष मनोनीत किया था और इस मनोनयन के बाद से ही अररिया जिला संगठन इकाई में विद्रोह हो गया है।