कोलकाता। कर्नाटक के पूर्व डीजीपी रहे प्रवीण सूद ने सीबीआई के निदेशक का कार्यभार गुरुवार से संभाल लिया है। केंद्रीय एजेंसी के प्रवक्ता आर.के. गौड़ ने देर शाम बताया कि कार्यभार संभालते ही उन्होंने अधिकारियों संग बैठक की है। 1986 बैच के आईपीएस रहे सूद 37 सालों से प्रशासनिक सेवा में हैं। उन्होंने कई अंतर राज्यीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव वाले आपराधिक वारदातों की जांच और निगरानी की है। कर्नाटक में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने इंट्रॉपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम नेटवर्क को काफी मजबूत किया था। उन्हें वर्ष 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक और वर्ष 2002 में सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें सेवा में उत्कृष्टता हेतु मुख्यमंत्री के स्वर्ण पदक से वर्ष 1996 में सम्मानित किया गया। वर्ष 2011 में “यातायात प्रबंधन हेतु प्रौद्योगिकी के सबसे नवीन उपयोग” के लिए राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस गोल्ड पुरस्कार एवं सड़क सुरक्षा व यातायात प्रबंधन में योगदान हेतु वर्ष 2006 में प्रिंस माइकल इंटरनेशनल रोड सेफ़्टी अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
गौड़ ने बताया कि सीबीआई के निवर्तमान निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल ने सूद को यहां केंद्रीय एजेंसी के मुख्यालय में प्रभार सौंपा। उन्हें दो सालों की अवधि के लिए निदेशक नियुक्त किया गया है। हालांकि केंद्रीय प्रावधानों के मुताबिक उनका कार्यकाल पांच सालों के लिए भी बढ़ाया जा सकता है। खास बात यह है कि सुबोध कुमार जायसवाल के बाद प्रवीण वरिष्ठतम आईपीएस अधिकारी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी की एक उच्च स्तरीय समिति की बैठक में सूद के नाम को मंजूरी दी गई थी जिसके बाद अब उन्होंने कार्यभार संभाला है।