-ममता ने सभी विपक्षी दलों से भी की एकजुट होने की अपील
-कहा, 2024 लोस चुनाव से पहले राज्यसभा में भाजपा को हराने का सुनहरा मौका
-भगवंत मान को साथ लेकर ममता से मिले अरविंद केजरीवाल
-नवान्न में तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच एक घंटे हुई बैठक
आजाद सिपाही संवाददाता
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने दिल्ली सरकार के अधीन प्रशासनिक अधिकारियों पर नियंत्रण के लिए केंद्र की ओर से लाये गये अध्यादेश का विरोध करते हुए इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। उन्होंने इस मुद्दे पर विरोधी दलों से भी राज्यसभा में एकजुट होने की अपील की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीबाल ममता के समर्थन के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मंगलवार शाम राज्य सचिवालय नवान्न पहुंचे थे। तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच करीब एक घंटे बैठक हुई, जिसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की। इसमें ममता ने कहा कि केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ जाकर अध्यादेश लाया है। तृणमूल इसका विरोध करेगी और इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जायेगी। उन्होंने विरोधी दलों से भी इसके खिलाफ राज्यसभा में एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि यह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा में भाजपा को हराने का अच्छा मौका होगा।
छह महीने से पहले गिर जायेगी मोदी सरकार
ममता ने दावा किया कि केंद्र में मोदी सरकार के अब छह महीने ही बचे हैं। ऐसा भी कमाल हो सकता है कि वह उससे पहले ही गिर जाये। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार मनमानी कर रही है। वह कहीं संविधान ही न बदल दे। देश का नाम बदलकर अपनी पार्टी के नाम पर न कर दे। वह एजेंसियों को नियंत्रित कर रही है। भाजपा की ‘डबल इंजन’ वाली सरकार के नारे पर ममता ने कहा कि यह ‘ट्रबल एंड टेरीबल इंजन’ वाली सरकार है।
सीबीआइ पर लगाया धमकाने का आरोप
ममता ने सीबीआइ पर डराने का आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाले में पूछताछ के लिए जब सीबीआइ के अधिकारी तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को कोलकाता स्थित उनके घर नोटिस देने गये थे, उस समय अभिषेक बांकुड़ा में थे। सीबीआइ अधिकारियों ने घर में मौजूद लोगों से कहा कि ‘नोटिस लेना होगा, वरना देख लेना, कल क्या होगा?’
जहां सरकार नहीं बना सकती, वहां एजेंसियों से डराती है भाजपा : केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा जिस राज्य में सरकार नहीं बना पाती, वहां सीबीआइ-इडी जैसी एजेंसियों से डराती है। सत्ताधारी पार्टी के विधायकों की खरीदने और कानून और राज्यपालों का गलत इस्तेमाल कर सरकार गिराने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा कि 2015 में दिल्ली में आप की सरकार बनने के समय केंद्र ने अधिसूचना जारी कर सारे अधिकार छीन लिये। हमने इसके खिलाफ आठ साल सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई की। हमारे पक्ष में फैसला आने के आठ दिन बाद केंद्र ने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला बदलने की कोशिश की है। यह लोकतंत्र का मजाक है। पंजाब में वहां के राज्यपाल ने सरकार को बजट सत्र बुलाने से रोका, जिसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा था।
बंगाल और पंजाब का बेहद मजबूत रिश्ता : भगवंत
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि बंगाल और पंजाब का स्वतंत्रता संग्राम के समय से ही बेहद मजबूत रिश्ता है। आजादी की लड़ाई में दोनों राज्यों के क्रांतिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। बंगाल में बड़ी संख्या में पंजाबी समुदाय के लोग वास करते हैं।