भागलपुर। श्रावणी मेला को सफल बनाने के लिए मंगलवार को भागलपुर समाहरणालय स्थित समीक्षा भवन में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें विभाग से आवंटन मांगने की प्रक्रिया, कई विभागों के तहत टेंडर निकालने की प्रक्रिया से लेकर कच्ची कांवरिया पथ को अतिक्रमण मुक्त कराया जाने को लेकर कई बिंदुओं पर वार्ता हुई।
साथ ही साथ श्रावणी मेला में पहुंचे कांवरियों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसके लिए मूलभूत सुविधाओं में बिजली, शौचालय, सड़क की मरम्मती, जगह-जगह जल की व्यवस्था एवं कांवरियों के ठहरने की व्यवस्था को लेकर वार्ता की गई। सड़क, पानी, बिजली, शौचालय, सफाई आदि संबंधित विभागों को कार्य योजना के साथ बैठक में बुलाया गया।
इस बैठक में अधिकारियों से वर्तमान स्थिति, उसे दुरुस्त करने और संसाधनों की जरूरतों पर भी विचार किया गया। मेला के वृहद आयोजन को लेकर बिहार राज्य पर्यटन विभाग निगम ने भी इवेंट एजेंसी की खोज शुरू कर दी है। इसके लिए निविदा भी निकाली गई है। उस पर भी कई तरह की वार्ता की गई। बैठक के दौरान एडीएम, एसडीएम, लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी, सीओ, चिकित्सा पदाधिकारी कई विभागों के अधिकारी सहित कई विभाग के वरीय कर्मी मौजूद थे। उल्लेखनीय हो कि भागलपुर क्षेत्र का श्रावणी मेला सबसे बड़ा मेला है।
इस श्रावणी मेला में देश के कोने-कोने से लोग सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ धाम घाट पहुंचते हैं और यहां से जल भरकर देवघर बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पण करने के लिए रवाना होते हैं। इस बार श्रावणी मेला जुलाई माह से प्रारंभ होने वाला है। इस श्रावणी मेला को लेकर 18 मई को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस साल की पहली बैठक रखी थी।