काठमांडू। नेपाली सेना चीन के साथ तीन करोड़ डॉलर के सैन्य उपकरणों की खरीद प्रक्रिया पूरी कर रही है। ऐसी सामग्री विशेष रूप से नेपाली सेना की तरफ से जाने वाली संयुक्त राष्ट्र के शांति सेना के लिए है।

सेना ने 26 बख्तरबंद वाहक (एपीसी) और 94 सामरिक वाहनों की खरीद प्रक्रिया बढ़ा दी है। रूस के साथ इस तरह के सैन्य उपकरणों की खरीद का अनुबंध रद्द होने के बाद नेपाल अब चीन की नोरिन्को कंपनी से खरीदारी करने जा रहा है। नेपाली सेना के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद भंडारी ने दावा किया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, उन्होंने कहा कि सेना जरूरी सामग्री खरीद रही है। सेना चीन से जो सैन्य उपकरण खरीदने जा रही है उसकी कीमत तीन करोड़ डॉलर है। यह समझा जाता है कि सैन्य उपकरणों की कुल कीमत 3 करोड़ 27 लाख 88 हजार डॉलर है।

विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि चीनी राजदूत चेन सोंग ने चीन से सैन्य उपकरण खरीदने की प्रक्रिया को लेकर नेपाल के रक्षा और सैन्य अधिकारियों से गुप्त बातचीत की थी। इस तरह की सामग्रियों की खरीद के लिए एक बड़ा कमीशन होने की वजह सरकार के करीबी हथियारों के एजेंटों और बिचौलियों की गतिविधि बढ़ गई है।

चीन नेपाल में अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा रहा है। नेपाली सेना के जिम्मेदारी में रहे फास्ट ट्रैक का ठेका चीनी कंपनियों को मिला है। सेना की राय के बाद सरकार ने उन कंपनियों के काम के लिए चीन से जरूरी विस्फोटक लाने की मंजूरी दी। विस्फोटक सड़क मार्ग से नेपाल में लाये गए।

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