-पीएलएफआइ सुप्रीमो को साथ लेकर हथियारों की तलाश जारी
आजाद सिपाही संवाददाता
गुमला/खूंटी। एनआइए की टीम ने गुमला के कामडारा के सरिता जंगल से डेढ़ हजार गोलियां बरामद की है। इनकी बरामदगी पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप की निशानदेही पर सोमवार को हुई। बरामद गोलियों में 7.62 एमएम की 1245 और 5.56 एमएम की 271 राउंड गोलियां हैं। दिनेश गोप ने इस गोलियों को डिब्बे में बंद कर जमीन में गाड़ कर रख दिया था। बताया जा रहा है कि उसने दो साल पहले पुलिस की बढ़ती दबिश के बाद ऐसा किया था। उसने गोलियों को दफनाने वाली जगह के पास के एक पेड़ में निशान भी बना रखे थे।
गुमला के बाद एनआइए की टीम दिनेश गोप को साथ लेकर खूंटी पहुंची। दिनेश गोप ने पूछताछ के क्रम में पीएलएफआइ से जुड़ी कई अहम जानकारियां दी हैं। इसके बाद एनआइए की कार्रवाई जारी है। पूछताछ के दौरान उसने रनिया इलाके में बेस कैंप और हथियारों का जखिरा होने की जानकारी दी है। इसके बाद एनआइए एक्शन में आयी है। पूरी टीम जंगलों की खाक छान रही है, ताकि हथियार बरामद किये जा सकें। सूत्रों के अनुसार दिनेश गोप ने एनआइए और पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। उसने कामडारा, बसिया और पालकोट के इलाके में उसके साथ-साथ संगठन को मदद पहुंचाने वाले कई सफेदपोश लोगों के नाम भी बताये हैं। इनमें कई ऐसे चेहरे शामिल हैं, जो विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से जुड़े हैं। कई ठेकेदार, भट्ठा और क्रशर संचालक भी मददगारों में शामिल हैं।
पीएलएफआइ का गढ़ रहा है सरिता गांव
कामडारा इलाके का सरिता गांव और जंगल शुरू से ही पीएलएफआइ का गढ़ रहा है। दिनेश गोप का दाहिना हाथ माने जाने वाला शनिचर सुरीन का घर भी इसी गांव में है। अक्सर इस गांव में पीएलएफआइ उग्रवादियों का जमावड़ा लगता था। साथ ही यहीं से रणनीति तय कर पीएलएफआइ घटना को अंजाम देता था। मगर पुलिस ने 17 जुलाई 2021 को शनिचर सुरीन को खूंटी थाना क्षेत्र के रनिया और गुदड़ी जंगल में मार गिराया था। सरकार ने उस पर 10 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।