बेगूसराय। बिहार सहित देश के विभिन्न राज्य और नेपाल तक के भक्ति, अध्यात्म और मोक्ष का पावन गंगा धाम बेगूसराय का सिमरिया अब नए रूप में दिखेगा। 2024 तक सिमरिया, हरिद्वार के हर की पैड़ी से भी भव्य स्वरूप में नजर आने लगेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को सिमरिया धाम में 114.97 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सीढ़ी घाट एवं सौंदर्यीकरण कार्य का कार्यारंभ किया। सड़क मार्ग से सिमरिया आए मुख्यमंत्री ने मोक्षदायिनी मां गंगा की पूजा-अर्चना कर उन्हें नमन किया। इसके बाद पुरोहितों द्वारा किए जा रहे स्वस्ति वाचन के बीच कार्यारंभ किया तथा गंगा आरती में शामिल हुए।
सौंदर्यीकरण कार्य के शिलान्यास के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो बहुत दिन से सोच रहे थे कि इसका निर्माण कार्य जल्द पूर्ण हो। सिमरिया में भक्त और पर्यटक दूर-दूर से आते हैं। उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो इसको ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है। इस स्थान पर आस पास के रहने वाले लोग ही नहीं, बल्कि दूर-दूर और नेपाल से श्रद्धालु आते हैं।
अंतिम संस्कार के लिए जो लोग यहां आते हैं, उन्हें उस स्थल तक जाने के लिए अलग से रास्ता होगा। जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो। जून 2024 तक इस काम को पूरा करना है। निर्माण पूरी होने के बाद श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। यहां आने वाले लोगों सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा, उसके लिए भी सारी व्यवस्था की जाएगी। सौंदर्यीकरण कार्य में राशि की कमी नहीं होगी। हरिद्वार की तर्ज पर सिमरिया धाम विकसित होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गंगा घाट का निरीक्षण भी किया। जिसमें जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने गंगा तट पर निर्मित होने वाले सीढ़ी घाट एवं सौंदर्यीकरण कार्य, आवागमन मार्ग, गंगा नदी का बहाव आदि के संबंध में मुख्यमंत्री को मैप के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सिमरिया तट पर गंगा नदी का फ्लो निरंतर बनी रहे। यहां श्रद्धालुओं को हर समय गंगा जल की उपलब्धता आसानी से हो, इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करें।
सिमरिया धाम काफी प्रसिद्ध और यह लोगों के आस्था का स्थल है। यहां सिर्फ स्थानीय लोग ही नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में उत्तर बिहार और नेपाल से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। आज कार्यारंभ किया जा रहा है, हम चाहते हैं कि यह काम जल्द से जल्द पूरा हो। इसके लिए जितने लोगों की आवश्यकता हो, उन्हें इस काम में लगाएं। नवम्बर 2024 में यहां श्रद्धालुओं द्वारा किए जानेवाले स्नान से पहले यह काम पूरा हो जाये।
जल संसाधन विभाग के इस योजना के तहत राजेन्द्र सेतु और निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल के बीच में गंगा नदी के बायें तट पर उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण और शीट पाइलिंग कराते हुए संपूर्ण कल्पवास क्षेत्र में विभिन्न सुविधाओं का निर्माण होगा। करीब 550 मीटर लंबाई में सीढ़ी घाट, रिवर फ्रंट का विकास, स्नान घाट के पास चेंजिंग रूम, स्नान घाट के समानांतर सुरक्षा व्यवस्था, गंगा आरती स्थल, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था एवं लैंडस्केपिंग, शौचालय, धर्मशाला, शेडेड कैनोपी, वाच टावर, पाथ-वे एवं प्रकाश व्यवस्था किया जाएगा।
इस अवसर पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, विधायक राम रतन सिंह, राजकुमार सिंह, सुरेन्द्र मेहता, डॉ. संजीव कुमार, सतानंद संबुद्ध, राजवंशी महतो, विधान पार्षद मदन मोहन झा, राजीव कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित थे।