– प्रधानमंत्री ने असम की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया
– इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण भी एक तरह से सच्चा सामाजिक न्याय है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वर्तमान सरकार में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के काम का सबसे अधिक लाभ पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत को मिला है। इंफ्रास्ट्रक्चर रोजगार के अवसर और तेज विकास का आधार है। इससे गरीब, दलित, पिछड़ा, आदिवासी और हर वंचित सशक्त बनता है। इंफ्रास्ट्रक्चर बिना भेदभाव के सबके लिए है। ऐसे में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण एक तरह से सच्चा सामाजिक न्याय है। सच्चा सेकुलरिज्म है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने असम की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने पूर्वोत्तर को विकास से दूर रखा, जिस अक्षम्य अपराध का बहुत बड़ा नुकसान पूर्वोत्तर क्षेत्र को उठाना पड़ा।

गुवाहाटी को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली यह ट्रेन यात्रा-अवधि में लगभग एक घंटे की बचत करेगी। वंदे भारत 5 घंटे 30 मिनट में इस यात्रा को पूरा करेगी। जबकि वर्तमान इन दो स्थानों को जोड़ने वाली अन्य सबसे तेज गति वाली ट्रेन 6 घंटे 30 मिनट का समय लेती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बिजली, पानी, टेलीफोन, मोबाइल और रेल सुविधाओं से वंचित भारत के सबसे ज्यादा क्षेत्र पूर्वोत्तर में थे। उनकी सरकार ने सेवा के भाव से काम किया। आज रेल संपर्क में पूर्वोत्तर में काफी काम हुआ है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पूर्वोत्तर के हर राज्य की राजधानी ब्रॉडगेज रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगी।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान 182 रूट किलोमीटर के नए विद्युतीकृत रेल-खंडों को भी समर्पित किया। इनसे ट्रेनों को तेज गति से चलाने और ट्रेनों की यात्रा-अवधि में कमी लाने के साथ प्रदूषण मुक्त परिवहन की सुविधा प्रदान करने में मदद मिलेगी। इनसे इलेक्ट्रिक लाइन पर चलने वाली ट्रेनें भी मेघालय में प्रवेश करने में सक्षम होंगी।

प्रधानमंत्री ने असम के लुमडिंग में एक नवनिर्मित डेमू/मेमू शेड का भी उद्घाटन किया। यह नई सुविधा इस क्षेत्र में परिचालित डेमू रेक की देख-रेख करने में सहायक होगी, जिससे बेहतर परिचालन क्षमता हासिल होगी।

अपनी सरकार की रेलवे से जुड़ी उपलब्धियों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 9 सालों में रेलवे के लिए पहले की तुलना में बजट कई गुना बढ़ा दिया गया है। पूर्वोत्तर के लिए औसत रेल बजट लगभग 2500 करोड़ रुपये था। हालांकि, इस बार पूर्वोत्तर के लिए रेल बजट करीब 10,000 करोड़ रुपये है। ‘वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट’ योजना के तहत नॉर्थ ईस्ट के रेलवे स्टेशनों पर स्टॉल बनाए गए हैं। ये ‘वोकल फॉर लोकल’ को बल दे रहे हैं। इससे हमारे स्थानीय कारीगर, कलाकार, शिल्पकार, ऐसे साथियों को नया बाजार मिला है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते 9 साल भारत के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों के रहे हैं। नए भारत के निर्माण के रहे हैं। कल ही देश को आजाद भारत की भव्य-दिव्य आधुनिक संसद मिली है। ये भारत के हजारों वर्ष पुराने लोकतांत्रिक इतिहास को हमारे समृद्ध लोकतांत्रिक भविष्य से जोड़ने वाली संसद है।

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